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राजधानी के होटल स्काईलाइन और बाली रिसॉर्ट में मंगलवार को छापेमारी के लिए पहुंची ईडी की टीम।
ईडी ने मंगलवार को रांची में उन्हीं होटलों में छापेमारी की, जहां पर पूर्व में बांग्लादेशी युवतियों को लाकर रखा जाता था। ईडी ने इन होटलों व रिसॉर्ट में ग्राहकों के रजिस्टर खंगाले और वहां के कर्मियों से लंबी पूछताछ भी की। बांग्लादेशी घुसपैठ मामले का खुल
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दोपहर 2 बजे निपाह अख्तर खुशी (21) नामक युवती बरियातू थाना पहुंची थी। उसने रोते-रोते बरियातू थाना पुलिस को बताया था कि उसे मनीषा राय नामक महिला दलाल अवैध रूप से बांग्लादेश से कोलकाता के रास्ते रांची लाई है। इसमें एक अन्य युवती झूमा का सहारा लिया गया था। उसे 31 मई 2024 की आधी रात जंगल-झाड़ वाले इलाके से बांग्लादेश की सीमा को अवैध तरीके से पार करा कर पहले पश्चिम बंगाल लाया गया था। उससे कहा गया था कि ब्यूटीपार्लर में काम करना होगा। इसके बाद महिला दलाल मनीषा राय उसे कोलकाता लेकर कार से रांची आ गई। रांची में उसे बाली रिसॉर्ट में दो दिनों तक रखा गया था।
बांग्लादेशी युवती से देह व्यापार की मिली जानकारी तो भाग निकली निपाह अख्तर निपाह अख्तर को बरियातू स्थित जिस रिसॉर्ट में ठहराया गया था, वहां कई अन्य बांग्लादेशी युवतियों को भी रखा गया था। वे चटगांव (बांग्लादेश) की रहने वाली थीं, उन्हें भी वहां लाकर रखा गया था। उनमें से एक हासी अख्तर उर्फ हासी विश्वास थी, जिसे निपाह अख्तर पहचान गई। क्योंकि बांग्लादेश सीमा पार कराने में उसने ही मदद किया था। वह पहले भी भारत आ चुकी थी।
हासी अख्तर ने बताया कि कुछ युवतियों को रांची के राज अपार्टमेंट में भी रखा गया है। उसी रात उसे पता चला कि रांची में कोई पार्लर का काम नहीं होता है, बल्कि देह व्यापार कराया जाता है। इस बात को निपाह ने हासी अख्तर को बताया तो हासी अख्तर रोने लगी और कहा कि वह ये काम नहीं करेगी। हासी अख्तर व निपाह अख्तर ने देह व्यापार से मना किया तो इसकी जानकारी महिला दलाल मनीषा राय को मिल गई। खुद को फंसता देख निपाह ने देह व्यापार के लिए सहमति दे दी, लेकिन योजना बनाई कि सुबह होते ही वह वहां से भाग निकलेगी। 3 जून की सुबह निपाह अख्तर खुशी जगी तो उस वक्त उसके अलावा दो अन्य युवतियां परवीन व झुमा थी। मनीषा व हासी वहां नहीं थी।
बाली रिसॉर्ट में पुलिस ने मारा छापा तो पकड़ी गई 3 बांग्लादेशी युवतियां निपाह अख्तर की सूचना पर बरियातू थाना पुलिस ने बाली रिसॉर्ट में छापेमारी की थी। वहां से तीन युवतियां पकड़ी गई थीं। इनमें संपा गुप्ता ने पहले अपना पता पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के हाट बहिरगाछी, पायल दास व अनिका दत्ता ने अपना पता 24 परगना जिला बताया था। रिसॉर्ट के रिसेप्शनिस्ट राकेश चौधरी ने पुलिस को बताया था कि उनकी मैनेजर सिमरन शेखावत के कहने पर मनीषा राय ने उन्हें रिसॉर्ट में ठहराया था। बाद में छानबीन हुई तो संपा गुप्ता को छोड़ अन्य 3 युवतियां अनिका दत्ता, पायल दास व निपाह अख्तर बांग्लादेश के चटगांव की निकली। पुलिस को उनके पास से फर्जी आधार भी मिला था। पुलिस को तीनों ने बताया कि उनका आधार फर्जी है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में कोर्ट ने उन्हें 10 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी थी।
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