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– फोटो : अमर उजाला
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पटना में आगरा के चांदी कारोबारी अवधेश अग्रवाल की हत्या में फरार चल रहा भूषण पंडित का आपराधिक इतिहास छोटा नहीं है। उसका पिता भी बड़े डकैतों में शामिल था। पुलिस मुठभेड़ में उसकी मौत हुई थी। इसके बाद भी हाईवे थाने के देवीपुरा निवासी भूषण पंडित, भाई राजू पंडित और जय पंडित ने कोई सबक नहीं लिया, बल्कि अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए जरायम की दुनिया में कदम रखा। 2022 में जयपुर जेल में भूषण पंडित, शिव राणा और नीरज गौतम ने मिलकर गैंगलैंड नाम से गैंग बनाया। इसके बाद सुपारी किलर के रूप में काम करने लगे।
पुलिस के अनुसार 2022 में जयपुर जेल में तीनों ने मिलकर ग्रुप बनाया था। 2023 में जयपुर जेल से भूषण छूटा और उसने फेसबुक पर गैंगलैंड मथुरा के नाम से पेज बनाया। इसके साथ ही क्षेत्र के छोटे-बड़े बदमाशों को अपने ग्रुप में शामिल करना शुरू कर दिया। भूषण पंडित ने 2021 में उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। 2022 में जयपुर में पैसे लेकर युवक की गाड़ी से कुचलकर हत्या की। इस मामले में वह जेल गया और जेल में उसकी मुलाकात नीरज गौतम और शिव राणा से हुई। कोतवाली की पूजा एन्क्लेव निवासी नीरज गौतम पर थाना कोतवाली, गोविंद नगर, जैंत में एक दर्जन से अधिक मुकदमे हैं और उस पर गुंडा एक्ट भी लगी हुई है। शिव राणा ने भूषण पंडित और नीरज गौतम की दोस्ती कराई।
2022 में तीनों शातिर बदमाशों ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तर्ज पर गैंग बनाया और सुपारी किलर की तरह काम करने लगे। 19 जून को फायरिंग के मामले में हाईवे पुलिस ने मुठभेड़ में नीरज गौतम के दोनों पैरों में गोली लगी। एक माह पहले ही नीरज गौतम और भूषण पंडित जेल से रिहा हुए और पटना में चांदी कारोबारी की हत्या को अंजाम दिया। पटना में चांदी कारोबारी की हत्या के बाद यह भी स्पष्ट हुआ कि मथुरा का गैंगलैंड ग्रुप केवल यूपी, बिहार के साथ राजस्थान में सक्रिय है। सोशल मीडिया के सहारे वह अन्य प्रदेशों में भी अपने सदस्य बनाने में जुटा है। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रंगदारी और नए बदमाशों को ग्रुप में शामिल किया जाता है। पुलिस पिछले तीन माह में 20 से ज्यादा गैंगलैंड के सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
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