[ad_1]
कनाड़ा में मंदिर पर हुए हमले पर बोलते स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज।
हरियाणा में करनाल की करनाल जेल में बंद बंदियों के बीच गीता का संदेश देने पहुंचे स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कनाडा में मंदिर पर खालिस्तानियों के हमले को लेकर कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा और नफरत फैलाने वाले तत्व किसी भी धर्म का ह
.
जेल में बंदियों को दिया गीता का संदेश
बता दें कि आज करनाल की जिला जेल में स्वामी ज्ञानानंद ने बंदियों के साथ गीता पर चर्चा की। उन्होंने उन्हें निराशा से बाहर निकलकर अपने जीवन में सुधार लाने का संदेश दिया। गीता के श्लोकों के माध्यम से उन्होंने बंदियों को सकारात्मकता की ओर प्रेरित किया और कहा कि वे यहां रहकर अपने स्वभाव को बदलें और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें।
जिला जेल में प्रवचन देने के बाद बाहर निकालते स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज।
गीता जयंती उत्सव की तैयारी
करनाल जेल फिर से अग्रणी बनने की राह पर गीता जयंती उत्सव के अवसर पर स्वामी ज्ञानानंद ने बंदियों को प्रेरित किया कि वे गीता पाठ में भाग लें। पिछले वर्ष करनाल जेल ने 1 मिनट गीता पाठ के आयोजन में अग्रणी भूमिका निभाई थी, और इस बार भी बंदियों ने संकल्प लिया है कि वे उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
जेल में गौशाला की शुरुआत
स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि करनाल जेल में गौशाला का निर्माण हो चुका है, जहां बेसहारा गायों को आश्रय दिया जाएगा। विधायक जगमोहन आनंद और गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष सरवन गर्ग ने कहा कि गायों के दूध का उपयोग जेल में ही किया जाएगा, जिससे बंदियों को सेवा का अवसर मिलेगा और वे समाज की भलाई में योगदान कर सकेंगे।
युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश
स्वामी ज्ञानानंद ने युवाओं को नशे की लत से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अपनी ऊर्जा को नशे में बर्बाद करने के बजाय माता-पिता और दीन-दुखियों की सेवा में लगाना चाहिए।
[ad_2]
Source link