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फरीदाबाद बीके अस्पताल के हार्ट सेंटर में बंद एंजियोप्लास्टी व मौजूद मरीज।
हरियाणा के जिले फरीदाबाद में फर्जी आयुष्मान आधार कार्ड और दिल के मरीजों के उपचार में पुराने सामान का उपयोग करने के आरोपों में घिरे बीके अस्पताल के हार्ट सेंटर की जांच के लिए फरीदाबाद की विजिलेंस टीम बुधवार शाम को हार्ट सेंटर में छापा मारने पहुंच गई।
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सामान जब्त, मशीनें साथ ले गए
बरामद सामान को जब्त किया और कुछ दस्तावेजों सहित कुछ मशीनें अपने साथ लेकर चले गए। यह पूरी कार्रवाई करीब ढ़ाई घंटे तक चलती रही। हार्ट सेंटर पर इस तरह की कार्रवाई के बाद से ही मेडिटीना हॉस्पिटल ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डॉ. प्रताप कुमार ने फरीदाबाद बीके हार्ट सेंटर में दिल के मरीजों की एंजियोप्लास्टी पर रोक लगा दी है।
पीपीपी मोड पर चल रहे सेंटरों को बंद करने पर विचार
प्रबंधन का कहना है कि हार्ट सेंटर से ले जाए गए सामान के बिना कॉर्डियो लॉजिस्ट दिल के मरीजों की एंजियोप्लास्टी (सर्जरी) नहीं कर सकते। इसलिए अग्रिम आदेशों तक हार्ट सेंटर में सर्जरी बंद रहेगी, लेकिन सामान्य रूप में ओपीडी चालू रहेगी। डॉ. प्रताप ने कहा कि अंबाला, गुरूग्राम और पंचकूला के सरकारी अस्पतालों में पीपीपी मोड पर चल रहे हार्ट सेंटरों को भी बंद करने पर विचार करेंगे।
छापे के दौरान जांच करते हुए विजिलेंस अधिकारी।
स्टाफ को किया जा रहा परेशान
उनका कहना है कि पिछले कई सालों से बेवजह फरीदाबाद और अंबाला हार्ट सेंटरों पर विजिलेंस छापे मारे जा रहे हैं, लेकिन निकलकर कुछ नहीं आ रहा। बस यहां काम कर रहे कॉर्डियोलॉजिस्टों और स्टॉफ को परेशान किया जा रहा है। कागज पर हस्ताक्षर कराने के लिए हार्ट सेंटर के कॉर्पोरेट अधिकारी को धमकाया।
हस्ताक्षर कराने का दबाव बनाया
हार्ट सेंटर में कार्रवाई के दौरान जब्त किए गए सामान को ले जाने का दबाव बनाने के लिए विजिलेंस टीम ने मेडिटीना ग्रुप के नॉर्थ इंडिया कॉरपोरेट हैड दिलीप नायर पर हस्ताक्षर कराने का दबाव बनाया। जब उन्होंने हस्ताक्षर करने से मना किया तो विजिलेंस टीम के अधिकारियों ने उन्हें अपने साथ ले जाने की धमकी थी। जिसके बाद भी उन्होंने कोई साइन किसी भी कागज पर नहीं किए।
उन्होंने कहा कि जो सामान यह ले जा रहे हैं वह सभी एंजियोप्लास्टी करने में काम आता है। जिस कर्मचारी के साइन कागज पर करवाए गए हैं। वह कैथ लैब का ट्रेनी कर्मचारी है, उसे भी टीम के सदस्यों ने डराया धमकाया है।
क्या बोले विजिलेंस अधिकारी
फरीदाबाद विजिलेंस एसआई संतराम ने बताया कि हमने हार्ट सेंटर की कैथ लैब से दस्तावेज और कुछ सामान व मशीन जब्त की है। यह सामान पुराना है जिसे हार्ट सेंटर में मरीजों की एंजियोप्लास्टी में उपयोग किया जाता था। हार्ट सेंटर के किसी भी अधिकारी ने जब्त किए गए सामान की सूची पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया है। हमने किसी को धमकाकर कोई साइन नहीं करवाए हैं।
कैथ लैब कर्मचारी के साइन के आधार पर ही हम सामान जब्त कर रहे हैं। सामान पुराना है या नया यह जांच का विषय है। लेकिन एंजियोप्लास्टी बंद हो ऐसा कुछ हम नहीं ले जा रहे।
फर्जी डिग्री लेकर काम कर रहा था डॉक्टर
डॉ. एन प्रताप ने कहा कि हार्ट सेंटर के अधिकारियों के खिलाफ जो मामला विजिलेंस ने दर्ज किया है। वह फर्जी है, जिस शिकायतकर्ता मान सिंह ने मामला दर्ज करवाया है, वह पहले फरीदाबाद हार्ट सेंटर का पूर्व प्रमुख बनकर फर्जी डॉक्टर की डिग्री लेकर काम कर रहा था। जिसे हार्ट सेंटर के अधिकारियों ने ही फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर सरकारी पैसे के गबन के मामले में जेल जा चुका है।
यह मामला पूरी तरह फर्जी है। हार्ट सेंटर में सभी नए और योग्य सामान से ही मरीजों की एंजियोप्लास्टी की जाती है।
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