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US ICBM Minuteman iii Missile: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अमेरिका ने अपनी सबसे शक्तिशाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM), मिनटमैन III का परीक्षण किया. इस परीक्षण का समय और उद्देश्य स्पष्ट रूप से अमेरिकी शक्ति और सुरक्षा संदेश देने के लिए चुना गया था. चलिए जानते हैं इस परीक्षण का उद्देश्य, तकनीकी विवरण और इसके पीछे का संदेश.
मिनटमैन III एक ICBM है मिसाइल है, जिसे अमेरिका ने वैश्विक स्तर पर अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए विकसित किया है. यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है और 10,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक हमला कर सकती है. इस प्रकार की मिसाइलें मुख्यतः रूस और चीन जैसे देशों को रोकने के मकसद से तैयार की जाती हैं, जिससे यह समझा जा सके कि अमेरिका अपनी शक्ति से किसी भी चुनौती का सामना कर सकता है.
क्या है मिनटमैन III की खासियत
मिनटमैन III मिसाइल लगभग 10,000 किलोमीटर तक टारगेट को भेद्द सकता है. इसके अलावा ये परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता रखता है. अमेरिकी वायु सेना ने 5 नवंबर, 2024 को कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से मिनटमैन III का सफल परीक्षण किया है. रात 11:01 बजे इस मिसाइल को एयरबोर्न लॉन्च कंट्रोल सिस्टम (ALCS) से लॉन्च किया गया. यह मिसाइल बिना हथियार के लॉन्च की गई थी, जिसमें कोई विस्फोटक सामग्री नहीं थी. इस परीक्षण का उद्देश्य मिसाइल की शक्ति और तकनीकी क्षमता को जांचना था. इसने 4,200 मील की दूरी तय की और मार्शल द्वीप के क्वाजालीन एटोल स्थित रोनाल्ड रीगन बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस टेस्ट साइट पर पहुंची. इस दौरान जांचकार्ताओं ने स्पेस और मिसाइल डिफेंस सेंसर से हाई क्वालिटी डेटा एकत्रित किया.
मिनटमैन III मिसाइल परीक्षण का महत्व और उद्देश्य
इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य अमेरिका की सैन्य शक्ति और परमाणु निवारक क्षमता को दिखाना था. वायु सेना के कर्नल डोरियन हैचर ने इसे अमेरिकी एयरमैन और नौसेना कर्मियों की मिशन तत्परता का उदाहरण बताया. यह परीक्षण अमेरिका की परमाणु क्षमता की सटीकता और सामरिक शक्ति का प्रदर्शन करता है. वायु फ़ोर्स ग्लोबल स्ट्राइक कमांड के कमांडर जनरल थॉमस ए बुसीयर के अनुसार, यह परीक्षण दर्शाता है कि अमेरिकी वायु सेना किसी भी समय कार्रवाई के लिए तैयार है और अपने सहयोगियों की रक्षा के लिए सशक्त रूप से तैयार है.
चीन और रूस के लिए संदेश?
विशेषज्ञों के अनुसार, इस परीक्षण का समय किसी संयोग का हिस्सा नहीं है. राष्ट्रपति चुनावों के दौरान अमेरिका ने इस परीक्षण के माध्यम से एक सख्त संदेश देने का प्रयास किया है. यह संदेश चीन और रूस जैसे देशों को यह बताने का है कि अमेरिका आज भी अपनी सैन्य शक्ति में सक्षम है और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.
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