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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : Amar Ujala
विस्तार
विजिलेंस से सेवानिवृत्त सीओ और सेवनिवृत्त इंस्पेक्टर पत्नी ने एसडीएम हसनगंज पर अभद्रता का आरोप लगाया है। पीड़ित दंपती ने हसनगंज कोतवाली में तहरीर दी है। एसडीएम ने आरोप को निराधार बताया है। लखनऊ के आलमबाग नहरिया चौराहा निवासी विजिलेंस से सेवानिवृत्त सीओ भगवान स्वरूप व सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर पत्नी गुंजीत के साथ बुधवार सुबह 11 बजे जनसुनवाई के दौरान हसनगंज एसडीएम रामदेव निषाद के कार्यालय में पहुंचे।
दंपती ने बताया कि आठ वर्ष पूर्व तहसील क्षेत्र के मोहम्मदपुर निवासी करतार सिंह व मिलन आदि से पांच बीघा जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। जिसमें बृजभूषण नाम के व्यक्ति ने आपत्ति लगा दी थी। इसका मुकदमा नायब तहसीलदार न्यायालय में विचाराधीन है। पीड़ित दंपती के अनुसार मुकदमे के सिलसिले में बुधवार को एसडीएम से मिलने आए थे। आरोप है कि उनकी बात सुनते ही एसडीएम आगबबूला हो गए और सुरक्षा गार्ड को बुलाकर कार्यालय से बाहर निकलवा दिया। दोबारा आने पर रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजने की धमकी दी। पीड़ित ने कोतवाली में एसडीएम द्वारा अभद्रता करने की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। कोतवाली प्रभारी चंद्रकांत मिश्र ने बताया कि प्रार्थनापत्र मिला है। उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
दंपती कार्यालय में तेज आवाज में बात कर रहे थे। जिस पर बाहर जाने को कह दिया था। कोई अभद्रता नहीं की गई, सभी आरोप निराधार हैं। – रामदेव निषाद, एसडीएम
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