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US Election 2024: अमेरिकी चुनाव 2024 में रिपब्लिकन पार्टी ने बाजी मार ली है. रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप तीसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. अमेरिकी चुनाव के नतीजों के सामने आने के बाद से ही ‘हाथी’ के सामने गधे के फेल होने की चर्चाएं चल रही है.
अमेरिका में दो राजनीतिक दलों के बीच ही मुकाबला होता है, इनमें से एक रिपब्लिकन पार्टी है तो दूसरी डेमोक्रेटिक पार्टी. इन दोनों ही पार्टियों के अलग-अलग चुनावी प्रतीक हैं. रिपब्लिकन पार्टी का चुनावी प्रतीक हाथी है तो डेमोक्रेटिक पार्टी का चुनावी प्रतीक गधा है. आइए जानते हैं इन प्रतीकों के पीछे की पूरी कहानी…
भारतीय राजनीति में हाथी भले ही मायावती की पार्टी बसपा का चुनावी चिन्ह हो, लेकिन अमेरिकी इतिहास को देखें तो रिपब्लिकन पार्टी का प्रतीक 7 नवंबर, 1874 को बना था. आसान शब्दों में कहें तो बसपा के जन्म से भी करीब एक सदी पहले रिपब्लिकन का चुनावी प्रतीक हाथी बन गया था.
डेमोक्रेटिक पार्टी का चुनावी प्रतीक है गधा
अमेरिका की सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रतीक गधा है. यह प्रतीक पहली बार 1828 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उभरा, जब डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार थे
उनके विरोधियों ने उन्हें जैकस (गधा) कह कर अपमानित करना शुरू कर दिया. जैक्सन ने इस नाम को गर्व से अपना लिया और अपने चुनाव प्रचारों में गधों का उपयोग करने लगे. बाद में कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट ने 1870 में अपने मैग्जीन के लिए बनाए गए कार्टूनों में डेमोक्रेट्स के लिए गधों का उपयोग करना शुरू कर दिया, जिसके बाद डेमोक्रेटिक पार्टी का यह सिंबल बन गया. गधा डेमोक्रेटिक पार्टी की सादगी और मेहनत के प्रति निष्ठा का प्रतीक है.
रिपब्लिकन पार्टी का चुनावी प्रतीक है हाथी
अमेरिका के रिपब्लिकन पार्टी का सिंबल चिह्न हाथी है. इस प्रतीक चिह्न को कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट ने गढ़ा था. थॉमस ने इसे पहली बार 7 नवंबर, 1874 को प्रकाशित ‘हार्पर्स वीकली’ मैग्जीन में एक राजनीतिक कार्टून में इस्तेमाल किया था. जिसके बाद इसे रिपब्लिकन पार्टी का सिंबल बना लिया गया. इसके पीछे मुख्य विचार था कि हाथी एक मजबूत, गौरवशाली और स्थिर जानवर है, जो रिपब्लिकन पार्टी की पॉलिसी और आइडियोलॉजी का प्रतीक है.
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