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ट्रेन में चढ़ने के लिए एक दूसरे को धक्का देते यात्री
– फोटो : अमर उजाला
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सूर्योपासना का महापर्व छठ पर्व मंगलवार से शुरू हो चुका है। ऐसे में महानगरों से लौटने वालों की ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। कैंट और बनारस स्टेशन होकर बिहार-झारखंड की ट्रेनों में ठसाठस भीड़ है। मंगलवार की शाम कैंट स्टेशन पर पहुंची सारनाथ एक्सप्रेस में कोच से उतरने चढ़ने में धक्का-मुक्की हुई। आरपीएफ और जीआरपी ने स्थिति को संभाला। यात्रियों ने बताया कि सीट पर कब्जा न हो जाए, इसलिए पानी लेने के लिए भी नहीं उतरते हैं। स्लीपर और जनरल कोच की हालत सबसे खराब है। कई यात्री ट्रेनें बदल-बदल कर यात्रा कर रहे हैं।
कैंट स्टेशन के मुख्य आरक्षण केंद्र के कर्मियों ने बताया कि बिहार जाने वाली ट्रेनों में छठ पूजा के बाद ही वेटिंग खत्म होगी। वहीं वापसी सफर भी कठिन है। क्योंकि नवंबर में बिहार-झारखंड से वाराणसी होकर महानगरों को जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग है।
दिल्ली जाने वाली राजधानी, भृगु सुपरफास्ट, स्वतंत्रता सेनानी, नीलांचल, फरक्का, सद्भावना, काशी विश्वनाथ, श्रमजीवी, लिक्षवी, शिवगंगा और बनारस-नई दिल्ली सुपरफास्ट ट्रेनों में नवंबर के अंतिम सप्ताह तक सीटें वेटिंग हैं। यही हाल मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, हैदराबाद, पंजाब जाने वाली ट्रेनों का है।
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