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कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में अफसरों को समस्याआंे से अवगत कराते लोग।
सिल्वर स्टेट सिटी सेंटर निवासी एक महिला मंगलवार को एसपी ऑफिस में हुई जनसुनवाई में पहुंची। जिसने लिखित आवेदन सौंपते हुए बताया कि उसके पति ने उसके नाम पर 25 लाख रुपए का बैंक लोन निकाल लिया। लेकिन अब उसे ही अपने साथ रखने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में मह
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सिल्वर स्टेट सिटी सेंटर निवासी महिला दीप्ति गुप्ता ने अपने पति पर श्याम बंसल पर धोखाधड़ी कर दस्तावेजों में हस्ताक्षर कराने का आरोप लगाया है। जिसमें उसने बताया कि पति श्याम बंसल ने उसके नाम पर यूनियन बैंक, शाखा शब्द प्रताप आश्रम बहोड़ापुर से 25 लाख का लोन निकाला है। जिसमें कई दस्तावेज फर्जी तरीके से लगाए हैं। बैंक कर्मचारियों ने भी लोन की प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन नहीं किया है। जबकि पति ने कुछ भी प|ी को नहीं दिया है। बहोड़ापुर थाना पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
केवी-4 के पास स्पीड ब्रेकर नहीं, खतरा
भिंड रोड पर केंद्रीय विद्यालय नंबर-4 में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए मुख्य मार्ग पर स्पीड ब्रेकर बनवाया जाए। इस तरह की मांग पूर्व जनपद सदस्य गिरगांव निवासी चौधरी जनक सिंह ने अपर कलेक्टर से की। सिंह कलेक्टर से मिलने गए थे पर वे जनसुनवाई में नहीं थीं। जनक सिंह ने कहा कि स्पीड ब्रेकर न होने से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है। सिंह के आवेदन को कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण व एमपीआरडीसी के पास भेज दिया है। कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में कुल 122 आवेदक पहुंचे, इनमें से 51 के आवेदन दर्ज हुए, बाकी विभाग को भेज दिए गए।
भवन निर्माण की अनुमति न मिलने से नाराज युवक अर्धनग्न शिकायत करने पहुंचा
नगर निगम की जनसुनवाई में पहली बार किसी पीड़ित ने अजीब तरह की नाराजगी जताई। लक्ष्मणपुरा निवासी रविंद्र सिंह जादौन ने पहले भवन निर्माण के लिए डीम्ड परमीसन ली थी। उसमें शासन के नियमानुसार गलती मिलने पर निरस्त कर दी गई। जादौन ने फिर से स्वीकृति मांगी। वह फाइल सरकारी सिस्टम में ही फंस कर रह गई। इससे नाराज रविंद्र मंगलवार को फरियाद लेकर पहुंचा। उसने कक्ष में प्रवेश करने से पहले गुस्से में अपनी शर्ट को उतार दिया। उपायुक्त डा.प्रदीप श्रीवास्तव के सामने अर्धनग्न अवस्था में शिकायत करने पहुंचा। साथ ही जिम्मेदारों पर दान-दक्षिणा देने का आरोप लगाया है। उपायुक्त ने प्रकरण को आयुक्त की तरफ बढ़ा दिया है। सिटीसेंटर निगम मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई में पेयजल, अतिक्रमण, सफाई, विद्युत, आवास, सीवर सफाई से संबंधित 22 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, जिनके निराकरण के लिए अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
मैं टीआई साहब का खाना बनाता हूं, गाड़ी चलाता हूं, देखते हैं कैसे खाली कराओगे मकान…
साईं बिहार कॉलोनी, डबरा निवासी सुखदेवी परिहार और ममता रजक अपने परिवार के साथ एसपी ऑफिस में पहुंची। जहां वे एसपी के सामने लिखित आवेदन प्रस्तुत करना चाहती थीं, लेकिन अफसरों को सुनवाई करना जरूरी नहीं लगा। सुखदेवी ने ममता से उसका मकान खरीदा है। लेकिन मकान में रहने वाला किराएदार मनीष परिहार घर खाली नहीं कर रहा है। उसने 30-40 गुंडे बुलाकर घर में रख लिए हैं। एसपी ऑफिस आए लोगों ने आरोप लगाया कि मनीष डबरा थाने के पुलिसकर्मियों का करीबी है। वह कहता है कि ‘मैं टीआई साहब का खाना बनाता हूं, गाड़ी चलाता हूं, देखते हैं कैसे मकान खाली कैसे कराओगे।’
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