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ओटावा. अमेरिका ने अपने यहां हिंदुओं के साथ दिवाली मनाई लेकिन कनाडा में हिंदुओं की दिवाली की काली हो गई. कनाडा में हिंदुओं पर हुए हमले के पीछे अमेरिका और कनाडा के पिट्ठू गुरपतवंत सिंह पन्नू और उसके संगठन सिख फॉर जस्टिस का हाथ है. कुख्यात आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ज्यादातर अमेरिका में रहता है और बीच-बीच में कनाडा भी जाता है. हिंदुओं पर हमले को लेकर गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पिछले हफ्ते एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने साफ तौर पर कनाडा में रह रहे हिंदुओं को चेतावनी दी थी कि वह कनाडा में किसी भी मंदिर पर दीये न जलाएं और आतिशबाजी ना करें.
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा कि हिंदू दिवाली की खुशी ना मनायें और यदि वह ऐसा करते हैं तो वहां मौजूद खालिस्तान सिखों की जिम्मेदारी होगी कि वह उन्हें ऐसा करने के लिए रोकें. गुरपतवंत सिंह पन्नू ने साफ तौर पर खालिस्तान सिखों को हिंदुओं पर एक से तीन नवंबर के बीच हमले के निर्देश दिए थे. इसके बाद अंततः हिंदुओं पर हमला हो ही गया. अमेरिका और कनाडा सरकार लगातार गुरपतवंत सिंह पन्नू को सुरक्षा देती रही हैं. गुरपतवंत सिंह पन्नू इस समय अमेरिका और कनाडा दोनों जगह पर रहता है.
धमकी का वीडियो एक हफ्ते पहले जारी
दिलचस्प यह है कि यह वीडियो एक हफ्ते पहले जारी हुआ था. लेकिन अमेरिका या कनाडा में इस वीडियो के आधार पर गुरपतवंत सिंह पन्नू या उससे जुड़े संगठन पर किसी तरह की कोई निगाह रखी. ना ही दोनों देशों ने अपनी सुरक्षा एजेंसियों को इससे निपटने के कोई निर्देश दिए. जिसके चलते गुरपतवंत सिंह पन्नू और उसके संगठन को हिंदुओं पर हमले करने का बल मिला और अंतत उन्होंने हिंदुओं पर हमला कर ही दिया.
कनाडा में हिंदुओं पर हमला
दिलचस्प है कि कनाडा में हिंदुओं पर हुए इस हमले को लेकर ना तो कनाडा ने और ना ही अमेरिका ने कोई निंदा की. साथ ही यह तक नहीं कहा कि वो सिख फॉर जस्टिस या गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई करेंगे. जिससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को अमेरिका और कनाडा दोनों सरकारों का संरक्षण हासिल है. यही कारण है कि भारत सरकार द्वारा अनेक सबूत दिए जाने के बावजूद अमेरिका और कनाडा गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत भेजने की सभी अपीलें खारिज कर देते हैं.
Tags: Canada, Canada News, Diwali, Khalistani terrorist
FIRST PUBLISHED : November 4, 2024, 15:50 IST
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