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Irani Female Student: ईरान में महिलाओं के ड्रेस कोड को लेकर फिर से विरोध विरोध का मामला सामने आया है. शनिवार (दो नवंबर,2024) को एक छात्रा को यूनिवर्सिटी कैंपस में कपड़े उतारने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, छात्रा ने देश के सख्त इस्लामी ड्रेस कोड के विरोध में कपड़े उतारे थे. इस बीच, कुछ रिपोट्स में यह भी कहा गया कि लड़की के साथ मोरैलिटी पुलिस ने गलत बर्ताव किया, जिसके विरोध में उसने यह कदम उठाया. ईरानी पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने एक्स पर घटना के बारे में लिखा, “ईरान में यूनिवर्सिटी मोरैलिटी पुलिस ने गलत हिजाब के कारण छात्रा को परेशान किया, लेकिन उसने पीछे हटने से इनकार कर दिया. उसने शरीर को विरोध में बदल दिया, अंडरवियर उतार दिए और कैंपस में मार्च किया – एक ऐसी व्यवस्था को चुनौती दी जो लगातार महिलाओं के शरीर को नियंत्रित करती है.”
ईरानी पत्रकार के हवाले से समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट में बताया गया, “उसका यह कदम ईरानी महिलाओं की आजादी की लड़ाई को बल देगा. हां, हम शरीर का इस्तेमाल हथियार की तरह करते हैं ताकि ऐसी व्यवस्था से लड़ सकें, जो महिलाओं को उनके बाल दिखाने के लिए मार देती है. यह घटना तेहरान की साइंस और रिसर्च यूनिवर्सिटी की है.” वाकये के बाद लड़की को स्थानीय अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया.
“छात्रा की ओर से की गई थी अभद्र हरकत”
ईरान की सरकारी एजेंसी आईआरएनए के मुताबिक, इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क महानिदेशक आमिर महजौब ने रविवार को एक्स अकाउंट पर घटना पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने दावा किया कि छात्रा ने दो नवंबर को गलत हरकत की थी. महजौब के मुताबिक, उत्तरी तेहरान में स्थित इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी की साइंस और रिसर्च ब्रांच में छात्रा की ओर से की गई अभद्र हरकत के बाद परिसर की सुरक्षा ने कदम उठाए और उसे लॉ एनफोर्समेंट अधिकारियों को सौंप दिया.
Yesterday an Iranian girl at the university in Tehran was attacked by the ‘morality Police’ for not wearing her hijab properly so she took off her clothes in protest. This artwork says everything about the struggle of women inside Iran and the smallness of the regime that… pic.twitter.com/8v1MJQacu2
— Omid Djalili (@omid9) November 3, 2024
मानसिक दबाव में थी छात्रा!
जांच-पड़ताल के बाद यह भी पता चला कि छात्रा मानसिक दबाव में थी. अधिकारी ने मीडिया में चल रही इस चर्चा को खारिज कर दिया कि परिसर की सुरक्षा ने लड़की को छुआ था.
एमनेस्टी ईरान ने छात्रा की रिहाई की मांग की
‘एमनेस्टी ईरान’ ने छात्रा की तुरंत रिहाई की मांग की है. मानवाधिकार संस्था ने शनिवार को एक्स पोस्ट में लिखा, “ईरानी अधिकारियों को विश्वविद्यालय की उस छात्रा को तुरंत और बिना शर्त रिहा करना चाहिए, जिसे दो नवंबर को हिंसक तरीके से गिरफ्तार किया गया, जब उसने तेहरान के इस्लामिक आज़ाद यूनिवर्सिटी में सुरक्षा अधिकारियों की ओर से अनिवार्य बुर्का पहनने के विरोध में कपड़े उतार दिए. उसकी रिहाई तक अधिकारियों को उसे टॉर्चर और अन्य दुर्व्यवहार से बचाना चाहिए और परिवार और वकील तक पहुंच सुनिश्चित करनी चाहिए. गिरफ्तारी के दौरान उसके खिलाफ मारपीट और यौन हिंसा के आरोपों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जरूरत है. जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.”
ईरान में महिलाओं की ड्रेस कोड का बढ़ा विरोध
दरअसल, पिछले कुछ समय में ईरान में महिलाओं की ओर से ड्रेस कोड का विरोध बढ़ा है. 1979 की क्रांति के बाद ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया. इन प्रतिबंधों ने कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों द्वारा कई आंदोलनों को जन्म दिया जो अनिवार्य हिजाब को चुनौती देते हैं. सितंबर 2022 में मोरैलिटी पुलिस की हिरासत में एक युवा ईरानी महिला महसा अमिनी की मौत के बाद देश भर में बड़े पैमाने पर हिजाब प्रतिबंधों के खिलाफ प्रोटेस्ट शुरू हो गए, जिन्हें सरकार ने दबा दिया. अमिनी को गवर्नमेंट स्टैंडर्ड्स के अनुसार हिजाब नहीं पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. सरकार का दावा था कि उसे एक पुलिस स्टेशन में दिल का दौरा पड़ा, वह गिर गई और अस्पताल ले जाने से पहले वह कोमा में चली गई. हालांकि, अमिनी के साथ हिरासत में ली गई महिलाओं सहित वहां मौजूद विटनेस ने बताया कि उसे बुरी तरह पीटा गया था और पुलिस की बर्बरता के कारण उसकी मौत हो गई.
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