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UK British-Pakistani Girl Murder: ब्रिटिश-पाकिस्तानी लड़की सारा शरीफ़ (10) की मौत से जुड़े मामले में उसके पिता उर्फान शरीफ, सौतेली मां बेइनाश बतूल और उसके चाचा फैसल मलिक को उसके साथ हुई हिंसा और दुर्व्यवहार के आरोपों में अदालत में पेश किया गया है. ये मामला बीते साल 18 अगस्त का है, जब लड़की की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी और लगभग 25 हड्डियां तोड़ दी गई थी. इस मामले की भयावहता अदालत में बतूल की बहनों के साथ व्हाट्सएप पर हुई बातचीत के जरिए सामने आई, जिसमें सारा पर लगातार शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है.
अभियोजकों के अनुसार, सारा को उर्फान शरीफ ने छोटी-छोटी बातों पर क्रूर सजा दी, जिसमें उसे बार-बार उठक-बैठक करने और बेरहमी से पीटने जैसे काम थे. अदालत में अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत किए गए व्हाट्सएप मैसेज में यह बताया गया कि बतूल ने सारा के घावों को छिपाने के लिए उसे मेकअप और धूप का चश्मा पहनाने की बात कही थी, ताकि स्कूल में लोग उसकी चोटों को न देख सकें. यह भी बताया गया कि सारा के शरीर पर चोट के गहरे निशान थे और वह चलने-फिरने में भी असमर्थ हो गई थी.
घटना से पहले के घटनाक्रम भी जान लें
शरीफ ने कथित तौर पर सारा के साथ हिंसा की, जिससे उसकी हालत इतनी खराब हो गई कि उसकी सौतेली मां को भी उसकी सुरक्षा को लेकर चिंता होने लगी. पुलिस ने बताया कि सारा की मौत से पहले उर्फान शरीफ ने पुलिस को फोन कर यह कबूल किया था कि उसने सारा को बहुत बुरी तरह पीटा था, लेकिन उसका इरादा उसे मारने का नहीं था. इसके बाद सारा की हत्या के आरोप में तीनों आरोपी पाकिस्तान भाग गए थे. इसके बाद पाकिस्तान से वापस आने के बाद उन्हें ब्रिटेन में कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ रहा है.
अदालत में पेश किए गए सबूत
अभियोजकों ने जूरी को सारा के साथ हुए दुर्व्यवहार के सबूत के रूप में घर के अंदर की तस्वीरें भी दिखाई, जिनमें वह मृत पाई गई थी. साथ ही सौतेली मां बतूल ने अपनी बहनों को सारा की स्थिति के बारे में कई बार सूचित किया, लेकिन शरीफ द्वारा हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया गया. बतूल ने एक बार लिखा था कि अगर सारा को कुछ हो गया तो वह खुद को माफ नहीं कर पाएगी.
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