[ad_1]
बड़वानी में बड़वानी जिला मुख्यालय के नवलपुरा मोहल्ले में दीपावली की पड़वा पर शाम 5 बजे रावण के पुतले का दहन किया गया। यह परंपरा कब आरंभ हुई और इसके पीछे क्या कारण इसे लेकर कोई स्पष्ट प्रामाणिक जानकारी नहीं मिलती है।
.
बरसों से चला आ रहा है यह सिलसिला
जिला मुख्यालय के नवलपुरा में दीपावली की पड़वा रावण दहन के साथ मनाई जाती है। इस बारे में चर्चा करने पर क्षेत्र के बुजुर्ग बताते हैं कि बरसों से यहां के लोग इस अनूठी परंपरा का निर्वाह करते आए हैं।
आतिशबाजी के साथ होता है रावण के पुतले का दहन
प्रति वर्ष यहां आतिशबाजी के साथ रावण के पुतले का दहन किया जाता है। क्षेत्र के बुजुर्गों का कहना है कि इस मोहल्ले में यह अपने ढंग की अनूठी परंपरा है।
बधाई का चलता है सिलसिला
पर्व के दौरान आतिशबाजी के साथ ही लोग खुशियां मनाते हैं और ठीक उसी तरह एक-दूसरे को बधाई भी देते है, जिस प्रकार दशहरे पर रावण दहन के बाद बधाई दी जाती है। यहां पर रावण दहन की यह परंपरा कई साल से भी ज्यादा पुरानी है। हालांकि इस परंपरा को लेकर कोई स्पष्ट मान्यता या किंवदंती नहीं है।
यहां देखिए तस्वीरें…
रावण के पुतले को बनाकर कलाकारों ने तैयार किए।
रावण का पुलता जलाया गया।
रावण के जलते पुलते देखने लोगों की भीड़ पहुंची।
[ad_2]
Source link