**संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र की पुस्तक काव्य संग्रह ‘खामोश कैसे रहूं’ का हुआविमोचन।
सोनभद्र। सोन साहित्य संगम सोनभद्र के तत्वाधान में संस्था के नगर स्थित कार्यालय के पंडित महिम्न शरण मिश्र स्मृति सभागार में दीपावली के अवसर पर साहित्यकार मिलन समारोह एवम एक काब्य गोष्ठी आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता जनपद सोनभद्र के वरिष्ठ साहित्यकार मधुरिमा साहित्यिक संस्था के निदेशक नगर पालिका परिषद राबर्ट्सगंज जनपद सोनभद्र के पूर्व अध्यक्ष पंडित अजय शेखर ने की एवम संचालन संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र ने किया।
इस अवसर पर संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र ‘गुरु’ की प्रथम काब्य संग्रह ‘
‘खामोश कैसे रहूं’ जिसका विमोचन कुछ माह पहले प्रयागराज में किया गया था का सोन साहित्य संगम परिवार के उपस्थित साहित्यकारों/अतिथियों द्वारा स्थानीय विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम में आमंत्रित कवियों द्वारा एक से बढ़कर एक काब्य रस से सराबोर काब्य पाठ किया गया जो देर शाम तक चलता रहा।
आए हुए साहित्यकारों/अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापन संस्था के निदेशक वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार मीडिया फोरम ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पंडित मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ कवि पारस नाथ मिश्र, जाने माने कथाकार वरिष्ठ साहित्यकार ‘असुविधा’ के निदेशक रामनाथ शिवेंद्र, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त वरिष्ठ साहित्यकार ओम प्रकाश त्रिपाठी, सोन साहित्य संगम के उपनिदेशक वरिष्ठ कवि सुशील राही, राष्ट्रीय संचेतना समिति सोनभद्र के संयोजक वरिष्ठ कवि जगदीश पंथी,गीत कस्तूरी की निदेशक कवियत्री डा रचना तिवारी, कवि दिवाकर दिवेदी मेघ विजयगढ़ी, शहीद स्थल प्रबंधन ट्रस्ट करारी के निदेशक कवि/ अधिवक्ता प्रदुम्न कुमार त्रिपाठी, विंध्य संस्कृति शोध समिति सोनभद्र के निदेशक दीपक केशरवानी, कवि/अधिवक्ता अशोक कुमार तिवारी, कवि/अधिवक्ता मदन चौबे,कवियत्री कौशल्या चौहान,कवि/अधिवक्ता धर्मेश चौहान, युवा कवि प्रभात सिंह चंदेल उपस्थित थे और सभी ने शानदार और बेमिसाल काब्य प्रस्तुति दी जिसको सुनकर श्रोताओं ने जमकर आनंद लिया।
इसके अलावा साहित्य प्रेमी दी सोनभद्र टैक्स बार एसोसिएशन सोनभद्र के पूर्व अध्यक्ष एवम संयुक्त अधिवक्ता महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश सचिव उमापति पांडेय जी, इंजिनियर अनिल कुमार मिश्र, दुर्गेश दिवेदी,चार्टेड एकाउंटेंट प्रमोद कुमार दुबे, कमलेश चौबे,हिमांशु मिश्र,आकाश मिश्र एवम नीलेश मिश्र सहित दर्जनों साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत काब्य गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे बतौर अध्यक्ष मधुरिमा के निदेशक अजय शेखर ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर के किया। और इसके बाद कवि दिवाकर दिवेदी मेघ विजयगढ़ी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत करके काब्य गोष्ठी का विधिवत आगाज किया गया।
कार्यक्रम में आमंत्रित सभी कवियों एवम अतिथियों को संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र ‘गुरु’ द्वारा ‘खामोश कैसे रहूं’ काब्य संग्रह देकर एवम अंगवस्त्र ओढ़ाकर सारस्वत सम्मान किया गया एवम कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी आमंत्रित आदरणीय कवियों एवम अतिथियों के प्रति स्वागत संबोधन करते हुए आभार व्यक्त किया गया।