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Bangladesh Jatiya Party Offices Attacked: पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग के साथ गठबंधन में रही जातीया पार्टी ने शुक्रवार (1 नवंबर 2024) को कहा कि प्रदर्शनकारियों ने उसके दफ्तरों में आग लगा दी है. हुसैन मोहम्मद इरशाद ने जातीया पार्टी की स्थापना की थी. ये पार्टी अवामी लीग के नेतृत्व वाले ग्रैंड एलायंस का हिस्सा थी और पिछले तीन आम चुनावों में शामिल हुई, जबकि अन्य पार्टियों ने बहिष्कार किया.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ढाका में शनिवार को प्रस्तावित रैली को लेकर प्रदर्शनकारियों में गुस्सा था. राजधानी ढाका के काकरैल क्षेत्र में गुरुवार (31 अक्टूबर 2024 ) को छात्र, श्रमिक और जनता बैनर तले प्रदर्शनकारी जातीया पार्टी के केंद्रीय कार्यालय के सामने मशाल जुलूस लेकर आए, जिसके बाद हिंसक झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की, साइनबोर्ड गिराए और पार्टी संस्थापक इरशाद की तस्वीर पर स्याही फेंकी.
पुलिस और सेना की तैनाती
स्थिति को देखते हुए पुलिस और सेना को जातीया पार्टी कार्यालय के सामने तैनात किया गया. जातीया पार्टी के प्रमुख गुलाम मुहम्मद कादर ने कहा कि प्रदर्शनकारी “देश को विभाजित” कर रहे हैं. कादर के अनुसार, “वे बाकी सभी को नजरअंदाज कर रहे हैं, देश को ‘शुद्ध’ और ‘अशुद्ध’ गुटों में बांट रहे हैं. वे तय करते हैं कि कौन दोषी है और कौन नहीं. एक बार वे किसी को दोषी मान लेते हैं तो उसमें कोई सफाई की गुंजाइश नहीं रहती.”
दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि गुरुवार (31 अक्टूबर 2024 ) की घटना उस समय हुई जब जातीया पार्टी के सदस्यों ने उनके जुलूस पर हमला किया. गोनो अधिकार परिषद के नेता शकीलुज्जामान ने कहा, “हम जातीया पार्टी के कार्यालय के सामने से मशाल जुलूस लेकर जा रहे थे. तभी जातीया पार्टी के आतंकवादियों ने छत से हम पर ईंटें फेंकीं.”
‘खुद लगाई अपने दफ्तर में आग’
प्रदर्शनकारियों के अनुसार, “जातीया पार्टी के आतंकवादियों ने स्वयं अपने कार्यालय में आग लगाई और भाग गए. शकीलुज्जामान ने आरोप लगाया. जातीया पार्टी ने 2014, 2018 और 2024 के चुनावों में फासीवादी अवामी लीग का सहयोगी बनकर काम किया.”
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