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दीपावली पर रंगोली बनाती शुभांगी वार्ष्णेय
– फोटो : संवाद
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सुख-समृद्धि के प्रतीक मां लक्ष्मी और विघ्न विनाशक भगवान श्री गणेश का दीपावली पर 31 अक्तूबर को भव्य पूजन होगा। प्रतिष्ठानों में विशेष अनुष्ठान का आयोजन होगा। दीपोत्सव को लेकर घर, दुकान एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों, भवनों पर नयनाभिराम रंग-बिरंगी रोशनी की गई है।
ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि कार्तिक कृष्णपक्ष चतुर्दशी तिथि पर श्री महालक्ष्मी पूजन 31 अक्तूबर को ही मान्य रहेगा। इस दिन चित्रा नक्षत्र मध्य रात्रि 12:44 तक रहेगा। इसके बाद स्वाति नक्षत्र वर्तमान में माना जाएगा। प्रीति योग 01 नवंबर सुबह 10:40 तक रहेगा। चित्रा नक्षत्र और प्रीति योग में अमावस्या तिथि का होना अत्यंत शुभ माना जाता है।
उन्होंने बताया कि राहु काल दोपहर 1:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक रहेगा। जो इस दिन का सबसे खराब समय कहा जाएगा। यह समय किसी भी कार्य के लिए शुभ नहीं रहेगा। दीपक जलाने, पूजा करने का सर्वोत्तम समय शाम 05:30 से रात 08:30 बजे तक माना जाएगा। उन्होंने बताया कि गोवर्धन पूजा 2 नवंबर को होगी। अगले दिन 3 नवंबर को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा ।
शुभ मुहूर्त
दीपावली : सायंकाल 06:40 से रात्रि 08:20 तक
गोवर्धन पूजा : दो नवंबर को शाम 04:00 बजे से 06: 30 बजे तक
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