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North Korea ICBM Testing: रूस-यूक्रेन जंग के बीच उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने बड़ा धमाका किया है. तानाशाह के इशारे पर उत्तर कोरियाई वैज्ञानिकों ने अब तक की सबसे लंबी दूरी की ह्वासोंग-15 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल की परीक्षण की है. यह परीक्षण ऐसे समय में किया है जब तनाशाह ने अपनी सेना को यूक्रेन के साथ जारी युद्ध में रूस की मदद के लिए भेजा है. वहीं, इस परीक्षण से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी उत्तरी कोरिया को घमकी देते हुए कहा था उत्तर कोरिया से रूस से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की घमकी दी थी. आगे बाइडेन ने यूक्रेनी सेना से कहा था, ‘अगर कोरियाई सैनिक आप पर अटैक करते हैं तो आप उन पर बढ़ चढ़ कर पलटवार करें.’
बता दें कि उत्तर कोरिया ने गुरुवार को अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल की परीक्षण की पुष्टि की. सियोल के तरफ जारी बयान में कहा गया कि यह अब तक सबसे लंबी मारक क्षमता रखने वाली मिसाइल का परीक्षण था. सियोल ने कहा कि उसने अपनी परमाणु क्षमता को बढ़ाने के लिए अपनी लेटेस्ट और सबसे शक्तिशाली मिसाइलों में से एक का परीक्षण किया है. सियोल के तरफ से पहले ही चेतावनी जारी की गई थी कि अगले सप्ताह होने वाले अमेरिकी चुनाव से पहले एक और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) या परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है.
तनाशाह के आदेश पर परीक्षण
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि किम जोंग उन के आदेश पर यह परीक्षण किया गया. केसीएनए ने कहा कि इसकी मारक क्षमता पहले परीक्षण की गई किसी भी मिसाइल की तुलना में अधिक थी. केसीएनए के अनुसार किम जोंग उन भी परीक्षण स्थल पर मौजूद थे. परीक्षण के बाद तनाशाह किम ने कहा कि यह परीक्षण ‘एक उचित सैन्य कार्रवाई थी, जो अपने दुश्मनों की हर चाल का जवाब देने के उत्तर कोरिया के संकल्प को दर्शाती है.’ इससे एक दिन पहले दक्षिण कोरिया की सैन्य खुफिया एजेंसी ने सांसदों को बताया था कि उत्तर कोरिया ने संभवतः अपने सातवें परमाणु परीक्षण करने वाला है. वह अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण करने के करीब है.
कितनी ताकत
वहीं, जापान और दक्षिण कोरिया की टीम ने बताया इस मिसाइल के बारे में जानकारी दी है. तनाशाह किम जोंग उन की बैलिस्टिक मिसाइल रिकॉर्ड 87 मिनट की आसमान की उड़ान भरी. इससे पहले दिसंबर 2023 में कोरिया की अंतिम ICBM 73 मिनट तक उड़ान भरी थी. जापानी सरकार ने इसे आईसीबीएम श्रेणी की मिसाइल बताते हुए कहा कि मिसाइल का प्रक्षेप पथ 7,000 किमी (4,349 मील) की ऊंचाई तक पहुंचा और 1,000 किमी (621 मील) की दूरी तक उड़ान भरी.
Tags: Missile trial, North Korea
FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 12:11 IST
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