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पुलिस गिरफ्त में छात्रवृति घोटाले का मुख्य आरोपी।
छात्रवृति के 65 लाख रुपए हड़पने के मामले में मानटाउन पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी डीएन नरेश को जयपुर से गिरफ्तार किया ह।
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SP ममता गुप्ता ने बताया कि उप निदेशक सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभा सवाई माधोपुर ने मानटाउन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें विभिन् कॉलेजों में पढ़न वाले रिजर्व कैटेगरीके स्टूडेंट्स को दी जाने वाली स्कॉलरशिप के तहत महात्मा गांधी ज्योतिराव फूले विश्वविद्यालय अचरोल जयपुर उतरमैटिक छात्रवृति की स्वीकृति के फार्म फ्राप्त हुए थे। साल 2022-23 मे एसजेएमएस स्कॉलरशिप पोर्टल पर फार्म प्राप्त हुए थे। यह फॉर्म ई-मित्र कियोस्क के कम्प्यूटर से एक से अधिक संख्या मे क्रिएट किए गए और पोर्टल/वेबसाईट के माध्यम से छात्रों की छात्रवृति विभिन्न बैंक खातों मे 65 लाख रुपए स्वीकृति होकर उनके खातों में राशि जमा हो गई। 285 छात्रों के छात्रवृति फार्म में 42 बैंक खाते ऐसे खोले गए, जो दो या अधिक छात्रों के कॉमन है। इस प्रकार किसी गिरोह ने सरकारी धन को धोखे से योजनाबद्व तरीके हड़पे जा रहा है।
ऐसे देते थे वरदात को अंजाम
आरोपी अजय गुर्जर,श्यामलाल माली, सुनील पंचौली, सुनील सैनी, ममता के छात्रवृति फार्म भरते थे। फीस की रसीद एवं एप्रुड की प्रोसिड के लिए यूनिवर्सिटी में कार्यरत डी.एन. नरेश व मुकेश सैनी कम्प्यूटर ऑपरेटर से सांठगांठ कर फीस रसीद लगाकर यूनिवर्सिटी के पोर्टल पर एप्रु के लिए आगे प्रोसिड करते थे। छात्रवृति भुगतान के लिए अन्तिम चरण में कार्यालय सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग, सवाई माधोपुर पार्टल पर आती है। राजेन्द्र प्रसाद वर्मा अजहर दोनों विभाग में कार्यरत कर्मचारी सूचना सहायक ऋषिकेश मीणा के माध्यम से छात्रों की छात्रवृति का भुगतान करवाते थे। यूनिवर्सिटी में पदस्थापित कर्मचारी/अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कर्मचारी, ई-मित्र संचालक मिलकर एक सेडिकेंट गिरोह की तरह काम कर फर्जी दस्तावेज खाता नम्बर, मार्कशीट, जनाधार, फीस रसीद फर्जी उपयोग कर डिजिटल रूप ऑनलाईन स्कॉलरशिप पोर्टल पर छात्रवृति प्राप्ति की जानकारी अपलोड कर हडप कर आपस में बांट लेते थे। अब तक के अनुसंधान के अनुसार कुल 65 लाख रुपए हड़प चुके है। इस मामले में अनुसंधान से अब तक अजय गुर्जर, श्यामलाल माली, मुकेश सैनी, ऋषिकेश, राजाराम, राजेन्द्र, कंवर सिंह,सुनील सैनी, सुनील पंचौली, ममता सैनी, को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस घोटाले का सुत्रधार डी.एन.नरेश फरार चल रहा था। जिसे जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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