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नई दिल्ली: इजरायल एक ओर लेबनान में हिजबुल्लाह तो फिलिस्तीन में हमास से युद्ध कर रहा है. मिडिल ईस्ट में जारी युद्ध के बीच एक बार फिर लेबनान से लेकर गाजा में लाशें बिछ गईं हैं. इजरायल ने सदर्न लेबनान और गाजा में घातक हमला कर कत्लेआम मचा दिया है. इजरायल के हमले में गाजा में 143 लोगों की मौत हो गई, जबकि सदर्न लेबनान में 77 से अधिक लोगों की मौत हो गई. हमास और हिजबुल्लाह के आतंकियों के मारने की कसम खाए इजरायल ने मंगलवार को लेबनान और गाजा में बमबारी कर दी. इसके बाद हर ओर चीख पुकार मच गई.
दरअसल, इजरायल का दक्षिणी लेबनान में घातक हमला जारी है. लेबनान में हिजबुल्लाह की कमर तोड़ने के बाद भी इजरायल चैन की सांस नहीं ले रहा है. मंगलवार को उसने सिडॉन शहर के पास सराफंद और हरेत सईदा में लेटेस्ट हवाई हमले किए, जिनमें करीब 77 लोग मारे गए. इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. वहीं, अल जज़ीरा ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मंगलवार को गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 143 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें से 132 युद्धग्रस्त क्षेत्र के उत्तर में मारे गए.
लेबनान के हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि मंगलवार को इजरायली हमले में कम से कम 77 लोगों की मौत हो गई. इनमें से सबसे अधिक बच्चे और महिलाएं थें. ये हमले साराफंड के सदर्न शहर में हुए थे. हालांकि, नॉर्दन गाजा में चार इजरायली सैनिक और सदर्न लेबनान में एक इजरायली सैनिक भी मारे गए हैं. इस तरह 7 अक्टूबर 2023 हमले के बाद से अब तक 777 इजरायली सैनिकों की मौत हो गई है.
बता दें कि लेबनान में इजरायल ने ऐसे वक्त में हमला किया है, जब हिजबुल्लाह को हसन नसरल्लाह का नया उत्तराधिकारी मिल गया है. लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने पिछले महीने इजराइली हवाई हमले में हसन नसरल्ला के मारे जाने के बाद शेख नईम कासिम को अपना नया चीफ चुना है. हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि उसकी निर्णय लेने वाली शूरा परिषद ने तीन दशकों से उपनेता कासिम को नया महासचिव चुना है. हिजबुल्ला ने ‘‘जीत हासिल होने तक’’ नसरल्ला की नीतियों को जारी रखने का संकल्प लिया. कासिम (71) लेबनान पर इजराइल के 1982 के आक्रमण के बाद स्थापित समूह का संस्थापक सदस्य है. 27 सितंबर को नसरल्ला के मारे जाने के बाद से कासित संगठन के कार्यवाहक के रूप में काम कर रहा था.
वहीं, इजराइल को सहायता समूहों से भी कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि उसकी संसद ने एक ऐसा विधेयक पारित किया है, जो फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की फलस्तीनी क्षेत्रों में काम करने की क्षमता को व्यापक रूप से प्रतिबंधित कर सकता है. संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के नाम से जानी जाने वाली यह एजेंसी गाजा में सबसे बड़ी सहायता प्रदाता है. बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले के बाद से ही इजरायल और हमास में जंग जारी है. इस जंग में लेबनानी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह भी कूद पड़ा है. इसकी वजह से पूरे मिडिल ईस्ट में तनाव है.
Tags: Gaza Strip, Israel, Israel News, World news
FIRST PUBLISHED : October 30, 2024, 06:35 IST
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