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अलीराजपुर दीपावली पर्व को लेकर नगर दुल्हन की तरह सज कर तैयार है। बाजारों में खरीदारी करने वाले लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान यातायात पुलिस ने मुख्य बाजार को नो व्हीकल जोन किया गया है। वहीं नगर के मार्गों को भी डायवर्ट किया गया है।
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बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए तैनात जवान।
नगर की ट्रैफिक व्यवस्था
बस स्टैंड, एमजी रोड, नीम चोक, पोस्ट ऑफिस, झंडा चोक,रामदेव मंदिर तक और हाटगली से सिनेमा चौराहा तक के हिस्से में सुबह 10 से रात 10 बजे तक चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
इन मार्गों पर बैरिकेड लगाए हैं। यह बैरिकेड फोर व्हीलर वाहनों को रोकने के लिए लगाए गए हैं ताकि कोई भी फोर व्हीलर वाहन चालक बाजार में वाहन लेकर ना आए। वहीं धनतेरस और दीपावली पर शाम 6 बजे से दो पहिया वाहन भी बाजार में प्रतिबंधित रहेगा।
बाजार के मुख्य रास्तों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर लगाए गए हैं।
फायर अमला रहेगा मुस्तैद
बाजारों में भीड़ को लेकर स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट है। प्रशासन सीसीटीवी कैमरे से संपूर्ण नगर पर नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही फायर ब्रिगेड भी नगर पालिका परिषद पर खड़ी है। आग लगने जैसी सूचना पर तत्काल फायर कर्मी मौके पर पहुंचेंगे।
बाजार में बैरिकेडिंग कर बड़े वाहनों को रोका गया।
सभी डॉक्टरों की छुट्टी के दिन भी देंगे सेवाएं
इसके साथ ही अस्पताल में इमरजेंसी में जिला अस्पताल में छुट्टी के दिन भी डॉक्टर ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे। सीएमएचओ डॉक्टर देवेंद्र सोनहरे ने बताया कि जिला चिकित्सालय के द्वारा संपूर्ण इमरजेंसी सुविधा के लिए पूरी तरह से अलर्ट है। वहीं सभी डॉक्टर्स की बैठक लेकर उन्हें भी अलर्ट रहने के लिए कह दिया गया है।
सुबह से खरीदारी करने बाजार पहुंच रहे नगरवासी।
सिविल ड्रेस में तैनात रहेंगे जवान
अलीराजपुर एसपी राजेश व्यास ने कहा कि पुलिस धनतेरस व दिवाली पर्व पर सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सतर्क है। इसके लिए विशेष रणनीति बनाकर कार्य किया जा रहा है। पर्व पर लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस तैयार है।
खासकर सर्राफा व्यवसाई की सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मियों को विशेष हिदायत दी गई है। त्योहार पर सुरक्षा को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं होने दी जाएगी। सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
बाजार में सिर्फ दो पहिया वाहनों को निकलने की सुविधा है।
दीवाली मनाते समय इन बातों का रखें ध्यान
- 1.जब भी दीप जलाएं तो ध्यान रखें कि दीपक परदों और साज सज्जा के सामान से उचित दूरी पर हो।
- 2 .सजावट में इस्तेमाल की गईं विद्युत की लड़ियों और उपकरणों का भी सुरक्षा की दृष्टि से अवलोकन कर लें ।
- 3.पटाखे/आतिशबाजी आदि कम से कम जलाएं, जिससे अग्नि दुर्घटना, वायु प्रदूषण व फिजूल खर्च कम से कम हो।
- 4.पटाखों को हमेशा बंद डिब्बों में अग्नि के श्रोतों से दूर रखें, कपड़ों की पॉकेट में न रखें।
- 5.पटाखों के इस्तेमाल से पूर्व उस पर अंकित हिदायतें अवश्य पढ़ लें।
- 6.पटाखों को खुले स्थान पर ही जलाएं, किसी सड़क के बीच में या वाहन में नहीं।
- 7.ढीले और सिंथेटिक वस्त्र न पहनें, हो सके तो सूती वस्त्र ही पहन कर पटाखे जलाएं।
- 8.बच्चो को पटाखों के साथ अकेला न छोड़ें, किसी वयस्क व्यक्ति की निगरानी में ही आतिशबाजी जलाने दें।
- 9.जले हुए पटाखों को इधर उधर न फेंके, उन्हें सुरक्षित स्थान पर ही फेंक दें।
- 10 मटके, बोतल आदि में रखकर पटाखे न जलाएं।
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