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बैतूल फॉरेस्ट रेंज के खारी बीट में दस दिन पहले हुई पेड़ों की कटाई के मामले में वन अमले ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि गिरोह का सरगना फरार होने में कामयाब रहा। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें जमान
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बैतूल रेंजर खुशहाल सिंह बघेल ने बताया कि 18 और 19 अक्टूबर की रात खारी बीट में सागौन की अवैध कटाई हुई थी। इस मामले वाडिवा का राजा, नीम पानी का शेख अफजल और पाढर का सोनू मुइनुद्दीन को पकड़ा गया था। वहीं, विभाग उस ट्रक मालिक की तलाश में लगी हुई है, जिसके ट्रक में लाखों रुपए की सागौन भरी मिली थी।
दो आरोपियों की तालाश जारी
वन विभाग को इस मामले में पाठई के राजू और मंडीदीप के राम मेहरा की तलाश है। टीम राजू को पकड़ने उसके घर भी पहुंची, लेकिन वह उसके पहले ही भाग निकला। जबकि घटना वाली रात मौके पर पाए गए ट्रक के मालिक राम मेहरा पता मंडीदीप का निकला। वन अमले को राम की भी तलाश है। जो घटना वाले दिन से ही फरार है। इसमें राजू पर पहले भी वन कटाई के अलावा कई आपराधिक मामले दर्ज है। वह खुद वन कटाई का गैंग चलाता है।
जंगल के बीच ट्रक में लकड़ी मिले थे।
सागर जिले के ऑर्डर पर भेज रहे थे लकड़ी
18 अक्टूबर की रात इस गिरोह को सागर से सागौन की लकड़ी का ऑर्डर मिला था। इसी के तहत गैंग ने खारी बीट को निशाना बनाते हुए यहां रात में कटाई कर रहे थे। मुखबिर से जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे वन अमले के कारण तस्करों को खेप छोड़कर भागना पड़ा।
रेकी, निगरानी, कटाई, ट्रांसपोर्टेशन की अलग अलग विंग
जानकारी के मुताबिक पकड़े गए गैंग में दो लोग रास्तों की रेकी करते हैं। जो पुलिस या वन विभाग की गाड़ी आने पर जंगल में कटाई करने वालों को सतर्क कर देते है। इनमें पकड़े गए सोनू और अफजल का काम रेकी और रास्तों की निगरानी करना था। बाकी अंदर 5-6 लोगों का ग्रुप पेड़ काटता है। उस रात मौके से मिले पांच काटने वाले आरी से भी यह पुष्टि हुई है कि गिरोह में पेड़ काटने वाले 5-6 लोग रहते है। गिरोह ट्रांसपोर्ट के लिए भी दूर के वाहन मालिकों से कांट्रैक्ट करता है।
डिजिटल उपकरणों की मदद से पकड़ाए तस्कर
विभाग ने फिलहाल तीन लोगों को पकड़ा जरूर है लेकिन ये सिर्फ गैंग के गुर्गे बताए जा रहे है। घटना वाले दिन स्पॉट के आसपास उनकी मौजूदगी की पुष्टि उनके काल डिटेल रिकॉर्ड और मोबाइल लोकेशन से हुई है। जबकि जांच टीमों ने कई सीसीटीवी भी खंगाले है। जस्सी ढाबे के पास पकड़े गए दो आरोपियों की फुटेज और लोकेशन भी मिली है।
दूर जिलों से आते थे ऑर्डर
जांच टीम के राजू के घर छापे से मिले उसके मोबाइल पर जांच के बाद तक काल आते रहे कि वह लकड़ी की सप्लाई दे। एक कॉल तो सिलवानी जिले से आया था। जिसमें कॉलर उसे सागौन की सप्लाई के लिए ऑर्डर दे रहा था। हालांकि, बाद में इस मोबाइल में लगी सिम राजू ने बंद करवा दी। उसके मोबाइल में सेव नंबर भी नाम से नहीं बल्कि कोड वर्ड में पाए गए है।
सागौन के 17 बड़े-बड़े लट्ठे रखे मिले थे।
2 लाख से ज्यादा के कीमत की सागौन मिले थे
18 अक्टूबर की रात विभाग को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि बैतूल रेंज के खारी बीट के अर्जुन गोंदी सर्किल में अवैध सागवान की कटाई की जा रही है। जिसके लिए मौके पर ट्रक भी लकड़ी के परिवहन के लिए लाए गए है। जिस पर अलग-अलग रेंज के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम बनाकर जंगल में तलाशी अभियान चलाया गया। घेराबंदी करते हुए जब दल कंपार्टमेंट नंबर 247 में पहुंचे तो यहां ट्रक में बड़े-बड़े सागवान लट्ठे भरे जा रहे थे। अमले को देखते ही तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।
मौके पर ट्रक में 17 बड़े-बड़े लट्ठे रखे मिले। जिसका बाजार मूल्य दो लाख रुपए से ज्यादा बताया जा रहा है। पकड़े गए ट्रक पर जो नंबर मिला है। वह भोपाल आरटीओ में रजिस्टर्ड है। वाहन प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस हुआ है।
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