[ad_1]
कहते हैं ईश्वर जिसे बचाना चाहे, वह लाख मुसीबतों में फंसकर भी जिंदा बच जाता है. रूस के एक शख्स पर यह कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है. इस शख्स की पहचान 46 साल के मिखाइल पिचुगिन के रूप में हुई है. वह ओखोटस्क सागर में भटक गया था. अथाह पानी के बीच वह 67 दिनों तक एक छोटी सी नाव के सहारे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ता रहा और 67 दिनों बाद आखिरकार उसे बचा लिया गया. इसी नाव में उसके साथ उसका भाई और बेटा भी सवार थे. हालांकि वे दोनों उतने खुशकिस्मत नहीं थे और ओखोटस्क सागर में ही उनकी मौत हो गई.
ओखोटस्क सागर पूर्वी साइबेरिया और कामचटका प्रायद्वीप से घिरा हुआ है. इसे पूर्वी एशिया में सबसे ठंडे सागर के रूप में जाना जाता है, जो अक्टूबर से मार्च के बीच बर्फ सा जमा रहता है.
रूसी अधिकारियों ने बताया कि दो वयस्क पुरुष और उनमें से एक का 15 वर्षीय बेटा 9 अगस्त को कटमरैन पर सवार हुए थे. लेकिन कुछ समय बाद उनके साथ संपर्क टूट गया, वह ओखोटस्क सागर में भटक गए. उन्होंने कहा, ’14 अक्टूबर को रात करीब 10 बजे कामचटका इलाके से गुजर रही एक मछली पकड़ने वाली नाव ने उन लोगों को देखा और अधिकारियों को इसकी खबर दी.’
A man has miraculously survived after drifting at sea for 67 days off the coast of Kamchatka, Russia. Rescued by a fishing vessel on October 14, he tragically lost his brother and 16-year-old nephew during the ordeal. Their boat had been adrift since August 9 due to engine… pic.twitter.com/wJuIsu7jIu
— Volcaholic (@volcaholic1) October 15, 2024
[ad_2]
Source link