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बीकानेर से चयनित देवयानी, आदित्य और पूजा।
राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी ने RJS इंटरव्य के बाद चयनित केंडिडेट्स का रिजल्ट जारी कर दिया है। शनिवार तक इसके लिए इंटरव्यू चल रहे थे और रविवार को रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। बीकानेर से आधा दर्जन केंडिडेट्स का इस बार चयन हुआ है, जिसमें लड़कियों की सं
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मेरिट में बीकानेर से देवयानी शर्मा ने 26वां स्थान प्राप्त किया है। रानी बाजार से स्टेशन रोड की तरफ जाने वाले मार्ग पर रहने वाली देवयानी के पिता लैथ मशीन का काम करते हैं और मां सामान्य गृहिणी है। दसवीं-बारहवीं में अच्छे मार्क्स लाने के बाद भी देवयानी ने कॉमर्स विषय लिया और ग्रेजुएशन के बाद एलएलबी की। रामपुरिया जैन लॉ कॉलेज से एलएलबी देवयानी का कहना है कि उसी समय तय कर लिया था कि मुझे कोर्ट में प्रेक्टिस नहीं करनी, बल्कि ज्यूडिशियल सर्विस में जाना है। देवयानी ने अपनी सफलता के लिए गुरुजनों और मेंटोर को श्रेय दिया है। देवयानी ने कहा कि अपने गुरु अनन्त जोशी, बिट्ठल बिस्सा, बालमुकुंद व्यास, शराफत के साथ ही नवरतन सिंह राठौड़ को श्रेय दिया। डॉ. अनिल कौशिक के साथ ही इंटरव्यू के दौरान अभियोजन अधिकारी संजीव पुरोहित को श्रेय दिया। संजीव ने ही मॉक इंटरव्यू करवाए। उधर, इंग्लिश टीचर हेमंत रंगा ने देवयानी को सफलता की बधाई दी।
व्हाट्सएप पर एंड टू एंड इनक्रिप्टेड क्या होता है
दैनिक भास्कर से खास बातचीत में देवयानी ने बताया कि इंटरव्यू में उससे पूछा गया कि सोशल मीडिया पर कितना समय देते हैं। इस पर देवयानी ने कहा बहुत कम समय दे पाती हूं। दूसरा सवाल था कि क्या चलाते हैं? देवयानी ने कहा कि व्हाट्सएप और टेलीग्राम चलाती हूं क्योंकि इससे मेटेरियल मिल जाता है। इस पर इंटरव्यू में पूछा कि व्हाट्सएप पर ये “एंड टू एंड इनक्रिप्टेड” क्या लिखा होता है। देवयानी बताया कि बातचीत और मैसेजिंग करने वालों की प्रायवेसी से जुड़ी टर्म है। इसके अलावा राजस्थान में कौनसी भाषा शैली चलती है। डिंगल के बारे में क्या जानते हैं। राजस्थान की पर्वत शृंखला के बारे में पूछा गया। ये भी पूछा गया कि अगर आपको किसी विश्वविद्यालय का वीसी बना दिया जाएगा तो आप कैसे संचालन करेंगे। भारत में फांसी की सजा कहां-कहां है? इस बारे में भी पूछा गया। ट्रांसफर ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट के बारे में सवाल हुए। सामान्य लॉ के काफी सवाल किए गए।
हाईकोर्ट जज के बेटे आदित्य का चयन राजस्थान उच्च न्यायालय के सिविल जज 2024 के परिणाम में बीकानेर के आदित्य व्यास का प्रथम प्रयास में 47 रैंक पर चयन हुआ है। खास बात ये है कि आदित्य व्यास के परिवार में वो पहले व्यक्ति नहीं है, जिनका ज्यूडिशियल सर्विस के लिए चयन हुआ है। उनके पिता उमाशंकर व्यास हाईकोर्ट में न्यायाधिपति है। वहीं मां नंदिनी व्यास जयपुर मेट्रों में जिला एवं सेशन न्यायाधीश है। इतना ही नहीं आदित्य की बहन सोनल एवं जीजा जी पुरुषोत्तम भी वर्तमान में अलवर में सिविल न्यायाधीश के पद पर कार्यरत है।
पिता कोर्ट में काम करते हैं, बेटी बनी RJS
बीकानेर कोर्ट में काम करने वाले श्रवण कुमार जनागल की बेटी पूजा ने अपने पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। पूजा का चयन आरजेएस परीक्षा में हुआ है। पूजा का कहना है कि वो शुरू से आरजेएस में चयन के लिए मेहनत कर रही थी। आखिरकार उसे सफलता मिल गई है।
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