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पुलिस ने इस युवक से अपनी गलती के लिए माफी मांगी.28 साल की उम्र में युवक को जेल में डाला गया था.अब 88 साल की उम्र में कोर्ट ने उसे बरी कर दिया है.
नई दिल्ली. क्या कभी सोचा है कि किसी शख्स को अपने जीवन के 60 साल जेल में बिताने पड़े हों और वो भी ऐसे जुर्म के लिए जो उसने कभी किया ही नहीं हैं. जब इस शख्स के लिए अपनी जवानी जीने की उम्र थी, तब उसे सिस्टम की कारगुजारी का सामना करना पड़ा. अब 88 साल की उम्र में यह शख्स जीवन के आखिरी पड़ाव पर जेल से बाहर आया है. कहने को तो जापान एक डेमोक्रेटिक कंट्री होने का दावा करता है, लेकिन वहां एक नागरिक का जीवन खुद देश के सिस्टम ने ही खराब कर दिया. अब पुलिस प्रशासन उससे अपने किए के लिए माफी मांग रहा है.
जापान के पुलिस प्रमुख ने पूर्व मुक्केबाज इवाओ हाकामादा से सोमवार को माफी मांगी. उन्हें हत्या के एक झूठे मामले में करीब 60 साल तक जेल में रखने के बाद रिहा किया गया है. उन्हें मिली मौत की सजा को अब रद्द कर दिया गया है. हाकामादा (88) को शिजुओका डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने बरी कर दिया. अदालत ने कहा कि पुलिस और अभियोजकों ने हाकामादा के खिलाफ सबूत गढ़ने के लिए साठगांठ की और उन्हें घंटों तक बंद कमरे में चली हिंसक पूछताछ के बाद जुर्म कबूल करने के लिए मजबूर किया. हाकामादा को इस महीने की शुरुआत में बरी किया गया जिससे अपनी बेगुनाही साबित करने की उनकी करीब 60 साल लंबी कानूनी लड़ाई खत्म हो गयी.
पुलिस चीफ ने घर जाकर मांगी माफी
शिजुओका प्रांत के पुलिस प्रमुख ताकायोशी सुडा सोमवार को हाकामादा के घर उनसे मिलने पहुंचे तथा उनसे व्यक्तिगत तौर पर माफी मांगी. जब वह कमरे में घुसे तो हाकामादा उनका अभिवादन करने के लिए खड़े हो गए. सुडा ने उनसे कहा, ‘‘हमें खेद है कि गिरफ्तारी के समय से लेकर बरी होने तक पूरे 58 बरस आपको ऐसे मानसिक कष्ट और बोझ का सामना करना पड़ा, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. हम माफी मांगते हैं.’’ साथ ही उन्होंने मामले की उचित जांच का भी वादा किया. पूर्व मुक्केबाज को एक कंपनी के कार्यकारी और उसके परिवार के तीन सदस्यों की हत्या के आरोप में अगस्त 1966 में गिरफ्तार किया गया था.
1968 में सुनाई गई मौत की सजा
उन्हें शुरुआत में 1968 में एक जिला अदालत ने मौत की सजा सुनायी थी लेकिन बरसों तक चली अपील पर सुनवाई के कारण सजा तामील नहीं की जा सकी. सुप्रीम कोर्ट को उनकी पहली अपील खारिज करने में करीब तीन दशकों का वक्त लगा. हाकामादा दुनिया में मौत की सजा पाने के बाद सबसे लंबे समय तक जेल में रहने वाले कैदी हैं. उनके मामले ने जापान में मौत की सजा को लेकर फिर से बहस और जांच में पारदर्शिता तथा अपील के लिए कानूनी बदलाव की मांग शुरू कर दी है.
Tags: International news, Japan News, World news
FIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 13:15 IST
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