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समस्तीपुर:- समस्तीपुर जैसे छोटे शहरों की बेटियों का फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखना न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय भी है. चेतना झांब की कहानी इस बात का जीवंत उदाहरण है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी ऊंचाई को प्राप्त किया जा सकता है. चेतना ने अपने करियर की शुरुआत एक कॉल सेंटर में 3000 रुपये की नौकरी से की थी. इसके बाद उन्होंने एयर होस्टेस का कोर्स किया और कुछ समय तक इस क्षेत्र में काम किया. उस समय शायद उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन वह भोजपुरी सिनेमा के चर्चित सेलिब्रिटी रितेश पांडे की फिल्म “बेगुनाह” की निर्मात्री बनेंगी.
उनका यह सफर इस बात का प्रतीक है कि सीमाएं केवल हमारे मन में होती हैं. यदि आप ठान लें, तो कोई भी बाधा आपके सपनों को रोक नहीं सकती. फिल्म “बेगुनाह” में निर्मात्री की भूमिका निभाकर चेतना ने साबित कर दिया है कि छोटे शहरों से भी बड़े सपने देखे जा सकते हैं और उन्हें साकार किया जा सकता है. चेतना की सफलता ने यह संदेश दिया है कि केवल मेहनत करने से ही नहीं, बल्कि अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखने से भी सफलता प्राप्त की जा सकती है. उनका सफर सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, खासकर उन लड़कियों के लिए, जो अपने करियर के प्रति संकोच में हैं.
समस्तीपुर के लिए गर्व की कहानी
समस्तीपुर के लोग आज गर्व महसूस करते हैं कि उनकी धरती से निकली कई प्रतिभाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं. खेल, संगीत या फिल्म इंडस्ट्री, समस्तीपुर के होनहार अपने प्रयासों और प्रतिभा से देश-दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहे हैं. चेतना की यात्रा हमें यह सिखाती है कि हमारे छोटे शहरों में भी अद्भुत प्रतिभाएं मौजूद हैं, जिन्हें केवल अवसर की जरूरत है. उनका अनुभव दर्शाता है कि कठिनाइयों से डरने के बजाय, उन्हें अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने का एक साधन मानना चाहिए. चेतना झांब का नाम अब समस्तीपुर के साथ जुड़ गया है और उनकी सफलता नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है.
नौकरी की तलश में गईं दिल्ली
समस्तीपुर जिले के पंजाबी कॉलोनी के छोटे कपड़ों के कारोबारी चंद्र प्रकाश झाम्ब और उनकी पत्नी विद्या झाम्ब की बेटी चेतना झाम्ब ने अपनी संघर्ष की कहानी लोकल 18 के साथ साझा की. उन्होंने बताया कि साल 2007 में वह नौकरी की तलाश में दिल्ली गईं, जहां उन्होंने एक कॉल सेंटर में 3000 रुपये प्रति महीने की नौकरी शुरू की, साथ ही अपनी पढ़ाई जारी रखी. एक दिन उन्हें एक अखबार में एयर होस्टेस के कोर्स की जानकारी मिली. उन्होंने इस कोर्स के लिए आवेदन किया और पार्ट टाइम पढ़ाई की. एयर होस्टेस के रूप में काम करते हुए उन्हें फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से मिलने का अवसर मिला, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें प्रेरित किया.
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खुद तैयार किया फिल्म का स्क्रिप्ट
चेतना ने कर्नाटक में एक फिल्म में काम किया और फिर भोजपुरी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई. हाल ही में उन्हें चर्चित सेलिब्रिटी रितेश पांडे की फिल्म “बेगुनाह” में निर्मात्री की भूमिका निभाने का मौका मिला. उन्होंने Local 18 को बताया कि उन्होंने खुद फिल्म का स्क्रिप्ट भी तैयार किया और निर्माण के हर चरण में सक्रियता से भाग लिया, जिससे फिल्म सफल रही. चेतना की यह यात्रा प्रेरणा देती है कि कठिनाइयों के बावजूद, मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.
Tags: Bhojpuri Actress, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : October 25, 2024, 13:34 IST
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