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रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ‘शहीद सप्ताह’ के तहत पिछले साल ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले 14 कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। आरपीएफ अधिकारी उनके मातृ विद्यालयों और पैतृक गांवों में जाकर उन्हें सम्मानित…
शहीद सप्ताह अधिकारी नौ राज्यों में वीर जवानों के मातृ विद्यालयों और पैतृक गांवों में जा रहे
भावपूर्ण श्रद्धांजलि आरपीएफ और समुदायों के बीच गहरा संबंध विकसित कर रही
नई दिल्ली, एजेंसियां। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) अपने उन 14 कर्मियों को उनके गांवों और विद्यालयों में जाकर श्रद्धांजलि दे रहा है, जिन्होंने पिछले साल ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी। यह श्रद्धांजलि ‘शहीद सप्ताह’ के तहत दी जा रही है।
रेल मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस बयान के अनुसार, आरपीएफ अधिकारी सम्मान और स्मरण के प्रतीक के रूप में नौ राज्यों में वीर जवानों के मातृ विद्यालयों और उनके पैतृक गांवों का दौरा कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि ये भावपूर्ण श्रद्धांजलि आरपीएफ और उन समुदायों के बीच एक गहरा संबंध विकसित कर रही है, जिन्होंने इन साहसी आत्माओं को आकार दिया। रेल मंत्रालय ने साथ ही उनके बलिदान के महत्व पर भी जोर दिया।
मंत्रालय ने कहा, ‘सम्मानित किए जा रहे शहीदों में पूर्वी तट रेलवे के आरपीएफ हेड कांस्टेबल निराकार बेहरा भी शामिल हैं, जिन्होंने फरवरी 2024 में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। अपने प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए प्रेस नोट में कहा गया है कि प्रत्येक शहीद के परिवार को हार्दिक श्रद्धांजलि और अभिनंदन के साथ सम्मानित किया जा रहा है। इससे यह पुष्ट होता है कि उनके प्रियजनों द्वारा किए गए बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा।
आरपीएफ के महानिदेशक मनोज यादव ने कहा, ‘इनमें से प्रत्येक बहादुर शहीद ने सेवा और बलिदान के उच्चतम आदर्शों का उदाहरण प्रस्तुत किया। उनकी विरासत हमें हमेशा हमारे रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा को बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगी। मंत्रालय के अनुसार, पूरे सप्ताह की योजनाबद्ध गतिविधियों के साथ अपने शहीद नायकों को याद करने के लिए आरपीएफ के प्रयास आरपीएफ कर्मियों की बहादुरी, बलिदान और समर्पण को सम्मानित करने के लिए एक गहरी और निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, जिन्होंने देश की रेलवे प्रणाली और रेल यात्रियों की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
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