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Air India Kanishka Blast: 1985 के एयर इंडिया फ्लाइट 182 बम विस्फोट के मामले में बरी किए गए शख्स रिपुदमन सिंह मलिक की 14 जुलाई, 2022 को ब्रिटिश कोलंबिया में हत्या कर दी गई थी. अब ब्रिटिश कोलंबिया सुप्रीम कोर्ट में टान्नर फॉक्स और जोस लोपेज ने मलिक की हत्या का आरोप स्वीकार कर लिया है. अब मामले पर कोर्ट 31 अक्टूबर को सजा सुनाएगी. माना जा रहा दोनों दोषियों को कम से कम 20 साल की जेल ही सकती है. ॉ
वहीं इस घटना में दोनों आरोपियों के आरोप कबूल करने और अदालत द्वारा उन्हें दोषी करार देने के बाद देश के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का बड़ा झटका लगा है. वो जहां भारत पर निज्जर की हत्या का दोष लगा रह थे, अब उन्हीं नागरिक ने मलिक की हत्या का दोष कबूल कर लिया है.
वकीलों के अनुसार, मलिक की हत्या के पीछे आर्थिक उद्देश्य थे. लेकिन हत्यारों को किसने काम पर रखा और क्यों, यह अभी भी एक बड़ा प्रश्न बना हुआ है. मलिक के परिवार का मानना है कि जांच पूरी नहीं हुई है और उन्होंने न्याय की मांग जारी रखा है.
मामले पर लोपेज की वकील ग्लोरिया एनजी ने कहा कि क्राइम के पीछे पैसा सबसे बड़ा कारण हो सकता है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इसके पीछे मुख्य अपराधी कौन से लोग थे और क्या उनकी मृत व्यक्ति से कोई व्यक्तिगत विवाद था. अदालत के दस्तावेजों के हवाले से कहा कि हत्या के पीछे कई पक्ष हो सकते हैं जिन्होंने इस हत्या की योजना बनाई थी और हत्यारों को काम पर लगाया था.
एयर इंडिया फ्लाइट 182 बम विस्फोट और मलिक की भूमिका
रिपुदमन सिंह मलिक का नाम सबसे पहले 1985 में एयर इंडिया फ्लाइट 182 बम विस्फोट से जुड़ा था. इस हमले में 329 लोगों की जान गई थी. इसे कनाडा के इतिहास का सबसे भयानक आतंकवादी हमला माना जाता है. 2005 में मलिक और उनके सह-आरोपी अजायब सिंह बागरी को पर्याप्त सबूतों की कमी के कारण बरी कर दिया गया था, लेकिन बम विस्फोट से जुड़े विवाद और सवाल कभी पूरी तरह खत्म नहीं हुए .
परिवार की प्रतिक्रिया और न्याय की मांग
रिपुदमन सिंह मलिक के परिवार ने फॉक्स और लोपेज़ से जुड़े मामले में मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है. एक ओर उन्होंने न्याय की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना, लेकिन दूसरी ओर उन्होंने यह भी कहा कि जब तक हत्या के मास्टरमाइंड का पता नहीं चल जाता, तब तक उन्हें पूरी संतुष्टि नहीं मिलेगी. परिवार ने जांच को गहराई से करने की मांग की है ताकि न्याय की पूरी तस्वीर सामने आ सके.
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