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पूर्व CM ने मामले में सवाल उठाए हैं।
जिले में DAP को लेकर संकट गहराया हुआ है। किसान DAP के लिए वितरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इसको लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि गुना कलेक्टर यह पता लगाएं कि पिछले एक हफ्ते में ऐसे कौन स
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बता दें कि जिले में 16 अक्टूबर को DAP की एक रैक आई थी। लंबे इंतजार के बाद जिले को मिली डीएपी दो दिन में ही खत्म हो गई। गुना, राघौगढ़, आरोन और चांचौड़ा के डबल लॉक केंद्र पर शनिवार से ही वितरण बंद हो गया। आरोन और कुंभराज में रविवार दोपहर से पहले ही स्टॉक खत्म हो गया। बमोरी के बाघेरी स्थित डबल लॉक वितरण केंद्र पर जरूर खाद है। इसके बाद डीएपी की अगली रैक कब आएगी, इसे लेकर फिलहाल अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं है।
समितियों में खाद उपलब्ध है, लेकिन यहां सदस्य किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है। डिफॉल्टर किसानों को खाद देने में आनाकानी की जा रही है। इस आरोप में सच्चाई भी है,क्योंकि खुद प्रशासन ने माना कि 7 अक्टूबर से अब तक सिर्फ 27 किसानों को समितियों से खाद दी गई। वहीं जिस तेजी से खाद खत्म हई, उसे लेकर किसानों ने कालाबाजारी की आशंका जताई। उनके मुताबिक जिस केंद्र पर 4000 कट्टे खाद उपलब्ध कराई हो, वहां इसका दो दिन में खत्म हो जाना सवाल खड़े कर रहा है। किसानों का आरोप है कि कुछ किसानों को निर्धारित मात्रा से ज्यादा खाद दिया गया है।
पूर्व CM ने उठाए सवाल
इस मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा- ‘DAP खाद के वितरण में पक्षपात स्वीकार नहीं किया जा सकता। गुना कलेक्टर कृपया पता लगाएं, पिछले एक सप्ताह में कौन से किसान हैं जिन्हें निर्धारित खाद संख्या से अधिक खाद दिया गया है। किसानों को प्रशासन द्वारा शिकायत करने पर 151 में बंद करने की धमकी दी जा रही है।’
आगे लिखा – ‘मैं 26 अक्टूबर को आप से मिल कर गुना आरोन राघौगढ़, चाचौड़ा, मधुसूदनगढ़ खाद वितरण केंद्र व मंडियों में जाउंगा। सोयाबीन की फसल के दाम 6000 रुपए प्रति क्विंटल होना चाहिए। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मामा जी ने सोयाबीन 4892 रुपए प्रति क्विंटल में शासकीय ख़रीद का वादा किया था। शासकीय ख़रीद अभी तक शुरू नहीं हुई। किसान को खाद, बीज खरीद कर बोवनी करना है। दीवाली आ रही है मजबूरी में उसे सोयाबीन 3500-4000 रुपए में बेचना पड़ रहा है। ये डबल इंजन की सरकार में भाजपा के विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री कहां हैं?
दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट किया है।
वहीं इस मामले में राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह ने भी खाद के सवाल पर सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा- ‘किसानों को खाद के लिए तरसा रही मोहन सरकार! राघौगढ़ गुना जिले सहित मध्य प्रदेश में डीएपी खाद की किल्लत, दर-दर भटक रहे किसान, पिछड़ रही बुआई। मौके का फायदा उठाकर मनमाने दाम वसूल रहे निजी दुकानदार। -खुद को किसान हितैषी बताने वाले भाजपा नेता किसानों को इस संकट में फँसा कर कहां गुम है ??’
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