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BRICS Summit 2024: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024 का आयोजन रूस के कजान शहर में हो रहा है. दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार (22 अक्टूबर) से शुरू हो गई है, जो 24 अक्टूबर तक जारी रहेगी. इस समारोह में ब्रिक्स सदस्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होने वाले हैं, जिसमें मुख्य 5 देश हैं- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका. इन सभी देश के शीर्ष नेता कजान के लिए रवाना हो गए हैं, जहां भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत कक रहे हैं. वहीं चीन की ओर से राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल होंगे और बैठक की अध्यक्षता की जिम्मेदारी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कंधों पर है.
ब्रिक्स समूह की बात करें तो इसकी स्थापना साल 2006 में की गई थी. हालांकि, शुरुआत में इसे सिर्फ ब्रिक बोलते थे, लेकिन साल 2010 में साउथ अफ्रीका के जुड़ने से इसका नाम ब्रिक्स हो गया. ये नाम समूह में शामिल देशों के नाम के पहले अक्षर से मिलकर बना है. इसके स्थापना की पीछे मुख्य उद्देश्य था दुनिया में अमेरिकी और पश्चिमी यूरोप के देशों की बादशाहत को चुनौती देना.
इसमें शामिल 5 देश वैश्विक स्तर पर 40 फीसदी आर्थिक हिस्सेदारी रखते हैं. यही नहीं इन देशों के पास सैन्य ताकत की अच्छी-खासी मजबूती है. अगर हम बात करें परमाणु बम की इन 5 देशों के पास कुल मिलाकर 6252 न्यूक्लियर बम मौजूद है. इसमें सबसे ज्यादा 5580 बम अकेले सिर्फ रूस के पास है. दूसरे नंबर पर चीन जिसके पास 500 और भारत के पास 172 है. वहीं ब्राजील और साउथ अफ्रीका के पास एक भी परमाणु हथियार मौजूद नहीं है.
कौन से देश के पास है कितने परमाणु हथियार?
भारत-स्वीडिश थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के पास 172 परमाणु हथियार हैं. चीन के पास 500 से ज़्यादा ऑपरेशनल परमाणु हथियार हैं. वहीं जिस तरह के चीन अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने पर जोर दे रहा है, उसके मुताबिक साल 2030 तक इसकी संख्या 1000 तक पहुंच सकती है. चीन बीते 3 दशक से परमाणु हथियार को बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है. वहीं अगर बात करें रूस की तो Arms Control की रिपोर्ट के मुताबिक इसकी संख्या है 5580 है, जो अमेरिका के मुकाबले ज्यादा है.
दुनिया में कुल 12,100 परमाणु हथियार
इस वक्त दुनिया में कुल 12,100 परमाणु हथियार है. इसमें से 9,500 से ज्यादा परमाणु एक्टिवेट हैX. इसका मतलब ये महज एक क्लिक करने पर दुनिया के किसी भी हिस्से को नक्शे से मिटा सकते हैं. हैरानी की बात ये है कि कुल परमाणु हथियारों का हिस्से में 90 फीसदी से ज्यादा अकेले अमेरिका और रूस के पास हैं. उसके बाद नंबर आता है चीन का. वहीं भारत इस मामले में छठे नंबर है. इस तरह से देखा जाए तो ब्रिक्स समूह के पास पूरे दुनिया में मौजूद परमाणु हथियारों को 51 फीसदी है.
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