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कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर में सोमवार को इंटरनल क्वालिटी अश्योरेंस सेल (आईक्यूएसी) द्वारा ‘वीकेन्ड डायलॉग’ सीरीज़ के तीसरे सत्र- ‘मिथकों से विज्ञान तक’ का आयोजन हुआ। प्रो. गौहर रज़ा, पूर्व मुख्य वैज्ञानिक (सीएसआईआर), प्रख्यात कवि और सामाजिक
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उन्होंने मनुष्य के विकास, विज्ञान की परिभाषा, विज्ञान और धर्म में मतभेद के कारणों पर रोचक चर्चा की। उनके अनुसार धर्म और जाति चतुर लोगों को आडंबर है, जो लोगों को मिथकों में फंसाते है। इससे बचने के लिये यह आवश्यक है कि हम किसी भी बात को अपनी कसौटी पर परखे बिना ना माने। महाविद्यालय की छात्राओं ने सहभागिता दिखाते हुये कई प्रश्न पूछे।
महाविद्यालय निदेशक, डॉ. रश्मि चतुर्वेदी ने प्रो. रज़ा के साथ सहमति जताते हुये विज्ञान और मिथक के भेद को और अच्छी तरह से समझाया। प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुये जीवन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की बात कही। कार्यक्रम में 134 छात्राओं एवं 50 प्राध्यापिकाओं ने भाग लिया। मंच संचालन डॉ. निधि अग्निहोत्री द्वारा किया गया। अंत में डॉ. पालू जोशी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
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