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2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी ने एनडीए से अलग होकर अपने दम पर चुनाव लड़ा था। पार्टी ने 53 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से महज दो सीटों पर ही जीत मिल पायी थी।
झारखंड विधानसभा चुनाव में एनडीए के प्रमुख घटक दल के रूप में आजसू पार्टी को 81 में से 10 सीटें मिली हैं। आजसू पार्टी को मिली सीटों में सिल्ली, रामगढ़, मांडू, गोमिया, ईचागढ़, जुगसलाई, मनोहरपुर, लोहरदगा, डुमरी और पाकुड़ शामिल हैं। बीते 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी ने एनडीए से अलग होकर अपने दम पर चुनाव लड़ा था। पार्टी ने 53 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से महज दो सीटों पर ही जीत मिल पायी थी। लेकिन इस बार आजसू-भाजपा एनडीए के तहत साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं।
पिछले चुनाव के आंकड़ों को देखें तो इस चुनाव में पार्टी को जो 10 सीटें मिली हैं, उसमें पाकुड़ को छोड़ शेष सभी 09 सीटों पर भाजपा और आजसू का वोट प्रतिशत काफी अधिक था। पाकुड़ से कांग्रेस के आलमगीर आलम ने 51.86 वोट और सिल्ली से आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने 52.54 वोट पाकर जीत हासिल की थी। सिल्ली से भाजपा का कोई प्रत्याशी नहीं था।
2019 में विजेता को 40, आजसू-भाजपा को 44 वोट
पिछले विधान सभा चुनाव में मिले वोट का विश्लेषण करें तो उक्त 10 सीटों पर जीतने वालों को औसतन 40 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि आजसू पार्टी और भाजपा (अब एनडीए) को मिले औसत वोट का प्रतिशत 44.7 था। उक्त 10 सीटों पर विजेता के साथ सेकेंड और थर्ड नंबर पर रही पार्टियों का आकलन करें तो झामुमो ने 06 सीटों पर जीत दर्ज की थी तो एक सीट पर तीसरे नंबर पर रही थी। वहीं कांग्रेस ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। आजसू की दो सीटों पर जीत हुई, जबकि, 4-4 सीटों पर वह दूसरे व तीसरे नंबर पर रही। भाजपा एक सीट पर जीत दर्ज करते हुए चार पर दूसरे और दो सीटों पर तीसरे नंबर पर रही।
● अपने दम पर 02 पर जीत, 04-04 सीटों पर दूसरे व तीसरे नंबर पर रही थी आजसू
● पाकुड़ में आलमगीर आलम को 51 और सिल्ली में सुदेश को मिला था 52 से ज्यादा वोट
● सभी 10 सीटों पर एनडीए को औसतन 44 से अधिक वोट
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