[ad_1]
दिल्ली के रोहिणी में रविवार सुबह सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए धमाके ने दिल्ली पुलिस सहित तमाम एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। एनआईए और एनएसजी समेत सभी जांच एजेंसियां इस धमाके के सुराग तलाशने में जुटी हैं। दिल्ली पुलिस को इस धमाके के पीछे खालिस्तानी लिंक होने का शक है।
दिल्ली के रोहिणी में रविवार सुबह प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए जोरदार धमाके ने दिल्ली पुलिस सहित तमाम एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। एनआईए और एनएसजी समेत सभी जांच एजेंसियां इस धमाके के सुराग तलाशने में जुटी हैं। दिल्ली पुलिस को इस धमाके के पीछे खालिस्तानी लिंक होने का शक है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह इस घटना के संभावित खालिस्तानी लिंक की जांच कर रही है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला गया है जिसमें यह दावा किया गया है कि यह विस्फोट भारतीय एजेंट द्वारा कथित रूप से खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों को निशाना बनाए जाने के बदले में किया गया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि यह एक कम तीव्रता वाला आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) था, जिसे बिना छर्रे या बॉल बेयरिंग के टाइमर या रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शक है कि हमलावर प्रशासन को एक संदेश देना चाहते थे। विस्फोट के बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए), नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी), सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) और दिल्ली पुलिस की टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी और फॉरेंसिक टीम ने विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए घटनास्थल से नमूने एकत्र किए।
पुलिस ने बताया कि धमाके के चलते स्कूल की दीवार, पास की दुकानें और एक कार क्षतिग्रस्त हो गई। घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में धमाके का वीडियो रिकॉर्ड हो गया। इस धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनी गई।
पुलिस को शक है कि बम देर रात को रखा गया होगा। स्थानीय लोगों ने बताया कि बम सुबह 7:35 मिनट और 7:40 मिनट के बीच फटा। बता दें कि, धमाके की यह घटना पिछले कुछ दिनों में कई एयरलाइनों को बम से उड़ाने की धमकियों की पृष्ठभूमि में हुई है।
‘जस्टिस लीग इंडिया’ ने टेलीग्राम पर शेयर की विस्फोट की क्लिप
धमाके के बाद रविवार शाम को, ‘जस्टिस लीग इंडिया’ द्वारा टेलीग्राम पोस्ट का एक कथित स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर वायरल किया गया। उसमें नीचे ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ वॉटरमार्क के साथ विस्फोट की एक क्लिप थी।
‘जस्टिस लीग इंडिया’ ने क्लिप के साथ पोस्ट में कहा, ‘‘अगर भारतीय कायर एजेंसी और उनके मालिक सोचते हैं कि वे हमारी आवाज को दबाने के लिए तथा हमारे सदस्यों को निशाना बनाने के लिए गंदे गुंडों को किराये पर ले सकते हैं, तो वे मूर्खों की दुनिया में रहते हैं। वे कल्पना नहीं कर सकते कि हम उनके कितने करीब हैं और हम किसी भी समय हमला करने में कितने सक्षम हैं।खालिस्तान जिंदाबाद।’’
घटना के कथित वीडियो में घटनास्थल से धुएं का गुबार निकलता दिखाई दे रहा है। साथ ही, विस्फोट स्थल के पास दो कार खड़ी थी और विस्फोट से कुछ सेकेंड पहले कुछ दोपहिया वाहन वहां से गुजरे थे। स्थानीय निवासियों ने कहा कि धमाका तेज था और इसके बाद इलाके में दुर्गंध फैल गई।
पुलिस ने प्रशांत विहार थाने में दर्ज की एफआईआर
पुलिस ने बताया कि एफएसएल और एनएसजी टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और नमूने एकत्र किए। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 4 और विस्फोटक अधिनियम की धारा चार के तहत रोहिणी के प्रशांत विहार पुलिस थाने में एफआईआर संख्या 512/24 यू/एस 326 (जी) दर्ज की गई है।
घटनास्थल पर संदिग्ध ‘सफेद पाउडर’ मिला
अधिकारियों ने बताया कि फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को घटनास्थल पर एक संदिग्ध ‘सफेद पाउडर’ मिला है और उन्होंने इसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया है। उन्होंने बताया कि टीम ने घटनास्थल से मिट्टी के नमूने भी एकत्र किए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘सफेद पाउडर अमोनियम नाइट्रेट और क्लोराइड का मिश्रण हो सकता है। विस्फोट के बाद रसायनों की दुर्गंध आ रही थी। स्थानीय निवासियों और वहां पहुंचे पुलिस अधिकारियों को भी यही महसूस हुआ। हमारी टीम पूरे मामले की जांच कर रही हैं।’’
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह किसी प्रकार का विस्फोटक है या कुछ और, इसका पता तभी चल सकेगा जब हम इसकी गहन जांच करेंगे। हमें शक है कि विस्फोट का कारण देशी बम हो सकता है।
मोबाइल नेटवर्क का डेटा जुटा रही दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने बताया कि वे मोबाइल नेटवर्क का डेटा एकत्र कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि विस्फोट के समय आसपास कौन-कौन मौजूद थे। उसने कहा कि ऐसा संदेह है कि एक देशी बम के कारण यह धमाका हो सकता है।
एनएसजी कमांडो ने पूरे क्षेत्र में विस्फोटक सामग्री की तलाश के लिए रोबोट तैनात किए हैं। अधिकारी ने बताया कि एनएसजी, एनआईए और दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। त्योहार के कारण दिल्ली पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट पर है। पुलिस ने इस घटना के संबंध में विस्फोटक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। धमाके की सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल सहित वरिष्ठ अधिकारी तथा दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमारी फोरेंसिक टीम और क्राइम यूनिट घटनास्थल से नमूने एकत्र करने के लिए मौके पर मौजूद है। एक पटाखे के कारण यह धमाका हो सकता है, लेकिन हम इस मामले के सभी एंगल की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि वे घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने एक बयान में कहा कि उसे सुबह 7.47 बजे एक जोरदार धमाका होने की सूचना मिली थी।
पुलिस ने विभिन्न बाजारों में पैदल गश्त भी बढ़ाई
पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारी बम निरोधक टीम आसपास के इलाकों की जांच कर रही हैं। हमने आसपास के पुलिस थानों को भी सतर्कता बरतने और जांच बढ़ाने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। विभिन्न बाजारों में पैदल गश्त भी बढ़ा दी गई है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध वस्तु दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
[ad_2]
Source link