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बारां में खुलेगी फुटबॉल अकादमी।
मुख्यमंत्री बजट घोषण के तहत बारां जिला मुख्यालय पर फुटबॉल एकेडमी खोली जाएगी। जिसमें बारां समेत प्रदेशभर के खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षकों की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए शहर के श्रीराम स्टेडियम का सुदृढ़ीकरण करवाया जाएगा। यहां खिलाड़ियों के प्र
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दर्शक दीर्घा से लेकर प्रशिक्षण के लिए आने वाले खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल आदि भी बनवाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर करीब करीब साढ़े 6 करोड़ रुपए खर्च किए जाएगें। इसके लिए प्रस्ताव खेल विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कर कलेक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को भिजवा दिए गए है। जल्द ही स्वीकृति मिलने पर इसको लेकर निर्माण व अन्य कार्य शुरू कर दिए जाएगें।
जिला खेल अधिकारी विशाल सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से खेलों को बढ़ावा देने व खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। इसके तहत सरकार की ओर से बजट सत्र के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में प्रचलित खेलों की अकादमी खोलने तथा खेल मैदानों के सुदृढ़ीकरण करवाने की घोषणा की गई थी। इसके तहत बारां जिला में फुटबॉल को प्रचलित खेल की स्वीकृति मिली है। इसके तहत यहां सरकार की ओर से फुटबॉल अकादमी खोली जाएगी। जिसमें चयनित खिलाड़ियों को खेल विभाग के विशेष ट्रेनरों की ओर से निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अकादमी मे करीब 30 से अधिक सीटें रहेगी। जिन पर खेल विभाग की ओर से ट्रायल के आधार पर खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। जिसमें बारां समेत प्रदेशभर के अन्य जिलों के खिलाड़ियों को भी इसका फायदा मिल सकेगा। इससे जिले की खेल प्रतिभाएं भी निखर सकेगी।
पवेलियन, दर्शक दीर्घा व हॉस्टल बनेगा, साढ़े 6 करोड़ के प्रस्ताव भेजे जिला खेल अधिकारी सिंह ने बताया कि फुटबॉल खेल अकादमी के लिए सरकार की ओर से श्रीराम स्टेडियम का सुदृढ़ीकरण करवाया जाएगा। जहां फुटबॉल खेल अकादमी के संचालन को लेकर भी सुविधाएं विकसित की जाएगी। साथ ही खिलाड़ियों को प्रशिखण के लिए विशेष ट्रेनर भी नियुक्त किए जाएगें।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत यहां आधुनिक घास का मैदान विकसित किया जाएगा। साथ ही दर्शक दीर्घा, पवेलियन, तथा खिलाड़ियों के लिए 30 बैडेड बॉयज हॉस्टल, मैस, डाइनिंग हॉल आदि सुविधाएं विकसित की जाएगी। तथा मैदान मे रोशनी के लिए पर्याप्त मात्रा मे फ्लड़ लाइटिंग की जाएगी। इस पर करीब साढ़े 6 करोड़ रुपए तक खर्च किए होगें। इसके लिए कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के निर्देशन में प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय को भिजवाए गए हैं।
अभी खेल मैदान नहीं होने से खिलाड़ियों को आती है परेशानी गौरतलब है कि जिले में खेलों के प्रति युवाओं में काफी उत्साह है, लेकिन खिलाड़ियों को खेलने के लिए मैदान से लेकर प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षकों व अन्य संसाधनों की कमी के कारण परेशानी बनी हुई है।
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