[ad_1]
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जिसमें जामताड़ा जिले के दोनो विधानसभा क्रमश: जामताड़ा तथा नाला में भाजपा ने लगातार हो रही हार से सबक लेते हुए नए चेहरे पर दांव खेला है। जामताड़ा सीट पर जहां सोरेन परिवार की बहू सीता सोरेन को मैदान में उतारा है। वहीं नाला विधानसभा क्षेत्र से माधव चंद्र महतो पर विश्वास जताते हुए पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है। जबकि पिछले बार जामताड़ा से वीरेंद्र मंडल तथा नाला से सत्यानंद झा बाटुल मैदान में थे।
आदिवासी ध्रुवीकरण को देखते हुए सीता पर भाजपा ने खेला दांव
राजनीतिक जानकारों की माने तो जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी वोटर निर्णायक होते हैं। यही कारण है कि भाजपा ने पहली बार जामताड़ा विधानसभा सीट पर आदिवासी कैंडिडेट (सीता सोरेन) को उतारा है। यही नहीं सीता सोरेन शिबू सोरेन परिवार से आती है, इसलिए भी भाजपा को उम्मीद है कि आदिवासी वोट को अपनी ओर किया जा सकेगा। इसके अलावा बाहरी कैंडिडेट को मैदान में उतरकर भाजपा ने स्थानीय गुटबाजी को भी पाटने का प्रयास किया है। सीता सोरेन पिछली बार जामा से झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ी थी और विजय घोषित हुई थी।
हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले वह झामुमो छोड़ भाजपा का दामन थाम ली थी। वही दुमका लोकसभा से उन्होंने नलिन सोरेन की विरोध में चुनाव लड़ा। लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। यही नहीं लोकसभा चुनाव में हुए मतदान के दौरान जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र में उन्हें लगभग 25000 वोट से पिछड़ना पड़ा था। परंतु इसके बावजूद भी भाजपा ने उन्हें जामताड़ा से मैदान में उतारा है।
शिक्षक संगठन से माधव ने की राजनीति की शुरुआत
नाला सीट से माधव चंद्र महतो को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। माधव चंद्र महतो लगभग डेढ़ दशक का अनुभव है। सबसे पहले बतौर शिक्षक महतो ने शिक्षक संगठन में राजनीति की शुरुआत की थी। 2011-12 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर झारखंड विकास मोर्चा का दामन थामा। फिर आजसू और अंतत भाजपा का दामन थामा था। नाला सीट में मतदाताओं की एक बड़ी संख्या यादव वोटरों की है। फलस्वरूप भाजपा प्रत्याशी श्री महतो प्रतिद्वंदिता के लिहाज से एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं।
[ad_2]
Source link