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बागला जिला अस्पताल की ओपीडी में लगी मरीजों की भीड़
– फोटो : संवाद
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हाथरस जिले में बुखार के प्रकोप के बीच डेंगू का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है। 18 अक्टूबर को हसायन में दो वर्षीय बच्चे की बुखार से मौत हो गई, जबकि दो और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इधर, बागला जिला अस्पताल में 18 अक्टूबर को भी मरीजों की कतारें लगी रहीं। इनमें सबसे ज्यादा लोग बुखार से पीड़ित थे।
हसायन के मोहल्ला अहीरान निवासी मोरमुकुट के दो वर्षीय बेटे नारायण को बुखार आ रहा था। मोरमुकुट का कहना है कि 18 अक्टूबर की शाम को बच्चे की तबीयत एकाएक बिगड़ गई। परिजन उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सक नहीं मिलने पर बच्चे को लेकर चिकित्सक के घर पहुंचे। चिकित्सक ने उसे हाथरस रेफर कर दिया। एंबुलेंस से हाथरस पहुंचने में देरी हो गई। जिला अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
इधर, कोतवाली सदर क्षेत्र के जलेसर रोड स्थित फायर स्टेशन के निकट के निवासी 26 वर्षीय फरहीन की बुखार आने पर जांच कराई गई थी। जांच में उनमें डेंगू की पुष्टि हुई है। इधर, बर्फखाना निवासी कृष्णा देवी में भी डेंगू की पुष्टि हुई है। दोनों का उपचार किया जा रहा है।
इधर, जिला मलेरिया विभाग की टीम ने जलेसर रोड स्थित बर्फखाना, फायर स्टेशन कॉलोनी, सीयल खेड़ा, अंसारी मोहल्ला और विष्णुपुरी में पहुंचकर जलभराव वाली जगहों पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया। टीम में जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ.प्रदीप रावत, एमआई पूजा गुप्ता, प्रीति सेंगर, आईएफडब्ल्यू अनंत कुमार, एसएफडब्ल्यू रामकुमार शामिल थे।
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