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अलवर| नवरात्र में लोगों ने जमकर प्रॉपर्टी की खरीद की। नवरात्र के सात कार्य दिवसों में अलवर के दोनों उप पंजीयन कार्यालयों में 416 संपत्तियों की रजिस्ट्रियां हुई हैं। इनसे सरकार को 4.50 करोड़ रुपए की आय हुई। इनमें से उपपंजीयन कार्यालय प्रथम में 162 रजि
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हालांकि यह पिछले नवरात्र से कम है। पिछले नवरात्र में 542 संपत्तियों की रजिस्ट्री हुई थी। इनसे सरकार को 4.91 करोड़ रुपए की आय हुई थी। गौरतलब है कि शुभ मुहूर्त को देखते हुए लोग दिवाली के आसपास संपत्तियां खरीदते हैं। नवरात्र से पहले औसतन 20 से 25 रजिस्ट्रियां हो रही थी। अब यह संख्या 70 से 80 तक पहुंच गई है।
नवरात्र में किस दिन कितनी हुई रजिस्ट्री
रजिस्ट्री आय (लाख रुपए)
4 अक्टूबर 126 136.29
5 अक्टूबर 22 16.25
7 अक्टूबर 85 87.1
8 अक्टूबर 30 15.84
9 अक्टूबर 94 111.98
10 अक्टूबर 71 83.29
11 अक्टूबर 1 1.15 वहीं शहर की आवासीय व कॉमर्शियल जमीनों की पांच साल बाद डीएलसी दरें बढ़ाने की तैयार चल रही है। आवासीय जमीनों के दाम 30 से 50 फीसदी व कॉमर्शियल जमीनों के दाम 10 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है। जिला प्रशासन दो माह पहले इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेज चुका है। वहां से स्वीकृत होते ही यह लागू हो जाएगा। गौरतलब है कि वर्ष 2019 शहर में जमीनों की डीएलसी रेट बढ़ी थी। शालीमार, विज्ञान नगर, अंबेडकर नगर, तूलेड़ा, बेलाका, विजय नगर, हसन खां, स्कीम एक व दो एवं तिजारा फाटक के आसपास सर्वाधिक प्रॉपर्टियां बिकी।
^नवरात्र के बाद लोगों ने प्रॉपर्टी की खरीद-बेचान अधिक की है। इससे रजिस्ट्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। उम्मीद है यह और भी बढ़ेगी। -मोनिका शर्मा, उप पंजीयक
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