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India-Pak Relations: हाल ही में पाकिस्तान में संपन्न शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन ने भारत और पाकिस्तान के संबंधों में संभावित बदलाव की ओर इशारा किया है. भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित इस सम्मेलन में भाग लिया, जहां दोनों देशों के बीच कुछ सकारात्मक संकेत देखने को मिले. यह पहली बार था जब दोनों पक्षों ने मंच से एक-दूसरे पर सीधे हमले से परहेज किया. यह संकेत है कि शायद अब दोनों देशों के बीच कुछ सकारात्मक कदम उठाने की संभावनाएं हैं.
एबीपी न्यूज के पत्रकार आशीष कुमार सिंह भी एससीओ बैठक को कवर करने के लिए इस्लामाबाद गए और एससीओ शिखर सम्मेलन के खत्म होने के बाद उन्होंने लाहौर में पीएमएल (एन) प्रमुख और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ से बातचीत की.
इससे पहले कि भारत-पाकिस्तान पर नवाज शरीफ की टिप्पणियों पर विस्तार से चर्चा की जाए, यह जान लेना उचित होगा कि शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के लिए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा का क्या असर हुआ?
क्या सुधरेंगे भारत-पाकिस्तान के संबंध?
इस दौरान खास बात यह रही कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एससीओ शिखर सम्मेलन में भाषण दिए, लेकिन दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर सीधे हमला करने से परहेज किया, जिससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले समय में अधिक सकारात्मक कदम उठाने की दिशा में एक नया माहौल बनाने के लिए दोनों पक्षों में शायद कुछ इच्छा है.
जयशंकर-शहबाज का गर्मजोशी भरा अभिवादन
SCO शिखर सम्मेलन के दौरान, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के बीच हुई मुलाकात विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही. जब शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में शिखर सम्मेलन के रात्रि भोज के दौरान सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया, तब डॉ. जयशंकर से उनकी मुलाकात हुई. दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और कुछ शब्दों का आदान-प्रदान भी किया. इसे सरकारी सूत्रों ने ‘गर्मजोशी भरा अभिवादन’ बताया. अगले दिन, मुख्य शिखर सम्मेलन से पहले भी दोनों ने फिर से हाथ मिलाया और मुस्कान के साथ एक-दूसरे से कुछ कदम चलते हुए बातचीत की.
SCO शिखर सम्मेलन के बाद अनौपचारिक बातचीत
शिखर सम्मेलन के बाद, एक और महत्वपूर्ण क्षण देखने को मिला जब डॉ. जयशंकर और पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार एक ही टेबल पर लंच करते हुए नजर आए. यह न तो औपचारिक वार्ता थी और न ही कोई संरचित बातचीत, लेकिन इस मुलाकात को दोनों पक्षों ने सकारात्मक रूप में लिया. ABP न्यूज ने इस खबर को सबसे पहले प्रसारित किया कि दोनों नेताओं ने वेटिंग रूम में भी कुछ शब्दों का आदान-प्रदान किया. इसके बाद, डॉ. जयशंकर ने X (पहले ट्विटर) पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और इशाक डार को धन्यवाद दिया, जिस पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भी आभार व्यक्त किया.
नवाज शरीफ और मरियम नवाज की भारत-पाक रिश्तों पर सकारात्मक सोच
SCO शिखर सम्मेलन के बाद, भारतीय पत्रकारों को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PML(N) प्रमुख नवाज शरीफ और उनकी बेटी, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज से मिलने का मौका मिला. इस मुलाकात में नवाज शरीफ ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में नई शुरुआत की बात कही. उन्होंने कहा, “यह एक नई शुरुआत है, हमें अतीत को दफन कर भविष्य की ओर देखना चाहिए. हम 75 साल बर्बाद कर चुके हैं, अब और समय नहीं गंवाना चाहिए.” नवाज शरीफ के ये बयान पाकिस्तान की ओर से रिश्ते सुधारने की मंशा को दर्शाते हैं.
जब ABP न्यूज ने नवाज शरीफ से पूछा कि क्या कश्मीर में आर्टिकल 370 के निरस्तीकरण को अब पीछे छोड़ दिया जाएगा, तो नवाज शरीफ ने कहा कि फिलहाल इस तरह के मुद्दों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए. इसके बजाय, हमें सकारात्मक कदम उठाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
क्रिकेट, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों पर जोर
नवाज शरीफ ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार और क्रिकेट संबंध फिर से शुरू होने चाहिए. उन्होंने कहा, “हम दुबई के रास्ते से व्यापार में दो दिन बर्बाद करते हैं, जबकि यह सीधा दो घंटे में हो सकता है.” उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को भारतीय राज्यों के आपसी संबंधों जैसा बताया. जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री शरीफ को नवंबर में COP29 के दौरान मिलना चाहिए, तो उन्होंने इसका समर्थन किया.
शरीफ ने भारत-पाक क्रिकेट मैचों के फिर से शुरू होने की भी वकालत की. उन्होंने कहा, “हम एक-दूसरे के देशों में अपनी टीमों को न भेजकर क्या हासिल करते हैं?” जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान भेजना चाहिए, तो उन्होंने कहा, “आपने मेरे दिल की बात कह दी.” नवाज शरीफ ने कहा कि अगर पाकिस्तान की टीम भारत में कोई फाइनल मैच खेलती है, तो वे खुद भारत आकर मैच देखेंगे.
मरियम नवाज का भारतीय पंजाब में रुचि
इस बैठक के दौरान, मरियम नवाज ने भी भारतीय पत्रकारों के प्रति गर्मजोशी दिखाई और कहा कि वह भारत की यात्रा करना चाहेंगी, विशेषकर भारतीय पंजाब, क्योंकि दोनों पंजाबों का साझा इतिहास और संस्कृति है. उन्होंने खेल और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में भारत-पाकिस्तान के बीच सहयोग की संभावनाओं पर भी जोर दिया.
SCO शिखर सम्मेलन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में सकारात्मक संकेत देखने को मिले हैं. नवाज शरीफ और मरियम नवाज के बयानों से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान भारत के साथ नए संबंधों की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए तैयार है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में दोनों देश इस नई उम्मीद को कैसे आकार देते हैं.
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