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Pannun Assassination Plot Case: भारत सरकार के पूर्व अधिकारी विकास यादव पर अमेरिकी अधिकारियों ने खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में कथित भूमिका का आरोप लगाया है. आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी धरती पर पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश रची गई.
अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने गुरुवार (17 अक्टूबर) को 39 साल के विकास यादव के खिलाफ आपराधिक आरोपों की घोषणा की. विकास यादव केंद्रीय सचिवालय में कार्यरत थे और यहीं भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का मुख्यालय है.
विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को दिया ये जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मामले के संबंध में अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) के अभियोग में पहचाने गए व्यक्ति के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए पुष्टि की कि वह व्यक्ति “अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है.” संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने भी विकास यादव को अपने “वांछित” भगोड़ों की सूची में डाल दिया है.
जानिए कौन हैं विकास यादव और क्या हैं उनके खिलाफ आरोप?
1. विकास यादव पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश के संबंध में “भाड़े पर हत्या और धन शोधन” के आरोप हैं.
2. अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, वो अभी भी फरार चल रहे हैं. पहले अभियोग में विकास यादव की पहचान केवल “सीसी-1” (सह-साजिशकर्ता) के रूप में की गई थी.
3. एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा, “आरोपी एक भारतीय सरकारी कर्मचारी है. उसने कथित तौर पर एक आपराधिक सहयोगी के साथ मिलकर साजिश रची और पहले संशोधन अधिकारों का प्रयोग करने पर अमेरिकी धरती पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या का प्रयास किया.”
4. जिस आपराधिक सहयोगी का उल्लेख किया गया है, वह निखिल गुप्ता नाम का शख्स है, जिसे चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश में मुकदमा चलाने के लिए अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था. निखिल को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और वो अभी जेल में बंद है.
5. अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा, “आज के आरोप दर्शाते हैं कि न्याय विभाग अमेरिकियों को निशाना बनाने और उन्हें खतरे में डालने तथा प्रत्येक अमेरिकी नागरिक के अधिकारों को कमजोर करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगा.”
6. एफबीआई ने विकास यादव की तीन तस्वीरों के साथ एक ‘वांटेड’ पोस्टर भी जारी किया है. एफबीआई के मुताबिक, उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट 10 अक्टूबर को जारी किया गया था.
7. अभियोग के अनुसार विकास यादव को “विकास” और “अमानत” के नाम से भी जाना जाता है, इस मामले के संबंध में आरोपित होने वाला दूसरा व्यक्ति है.
8. अभियोग के मुताबिक, “विकास ने अपनी स्थिति को ‘वरिष्ठ फील्ड अधिकारी’ के रूप में मेंशन किया है, जिसकी ज़िम्मेदारियां ‘सुरक्षा प्रबंधन’ और ‘खुफिया’ हैं. उन्होंने पहले भारत के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में भी काम किया है और ‘युद्ध शिल्प’ और ‘हथियारों’ में ‘अधिकारी प्रशिक्षण’ प्राप्त किया है. वो भारतीय नागरिक और निवासी हैं और भारत से पीड़ित की हत्या की साजिश रची.”
9. हालांकि, विकास यादव एक तस्वीर में सेना की वर्दी में दिख रहे हैं, लेकिन उस पर कोई रैंक एपॉलेट नहीं है. अमेरिकी अभियोग में कहा गया है कि वह मूल रूप से सीआरपीएफ से थे और एक “सहायक कमांडेंट” थे.
10. 18 पन्नों के अभियोग में न्यूयॉर्क में एक कार में दो व्यक्तियों की ओर से डॉलर का आदान-प्रदान करने की तस्वीर भी दी गई है, जिसके बारे में संघीय अभियोजकों ने कहा कि यह पैसा निखिल गुप्ता और विकास यादव की ओर से एक व्यक्ति ने न्यूयॉर्क में सिख अलगाववादी नेता की हत्या करने के लिए कथित हत्यारे को दिया था.
अभियोग में आरोप लगाया गया है कि विकास यादव ने अपने साथी निखिल गुप्ता के साथ मिलकर 2023 की गर्मियों में सिख अलगाववादी नेता की हत्या की साजिश रची थी. निखिल गुप्ता ने हत्या का काम करने के लिए एक शख्स को काम पर रखा था. अज्ञात व्यक्ति, जो एफबीआई का मुखबिर था, उसने इस काम के लिए 100,000 अमेरिकी डॉलर मांगे और 9 जून, 2023 को एडवांस पेमेंट के रूप में 15,000 अमेरिकी डॉलर लिए थे.
भारत ने क्या दिया जवाब
भारत सरकार ने अमेरिकी धरती पर किसी अमेरिकी नागरिक की हत्या की ऐसी किसी साजिश में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. अमेरिका के आरोपों के बाद नई दिल्ली ने मामले की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की थी. अमेरिका ने इस मामले में भारत से मिले सहयोग पर संतोष जताया है.
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