[ad_1]
साइबर अपराध का जाल फैलता जा रहा है। पुलिस डाल-डाल है तो साइबर ठग पात-पात। नित नए तरीके निकालकर न केवल भोले-भाले लोगों को बल्कि उच्च शिक्षितों, सेवानिवृत्त सैनिकों, बैंक अधिकारियों तक को झांसे में लेकर उनके खाते खाली कर रहे हैं।
.
पिछले वर्ष 2023 के अपेक्षा इस वर्ष जिले में साइबर अपराधों के चार गुना मामले अब तक दर्ज हो चुके है। हालांकि हाल ही में पुलिस ने एक मामले का खुलासा कर चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस में दर्ज रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2023 में साइबर ठगी के 6 मामले दर्ज हुए थे जिसमें पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार करते हुए 46 लाख 63 हजार 368 रुपए की राशि को होल्ड कराया गया था।
वही वर्ष 2024 में अब तक 24 मामले दर्ज हो चुके हे जाे गत वर्ष से चार गुना अधिक है। पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अब तक 44 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वही 81 लाख 40 हजार 961 रुपए की राशि को होल्ड कराया गया है। वही पुलिस ने गिरफ्तार किए गए इन ठगों के कब्जे से 58 मोबाइल फोन, 44 मोबाइल सिम, 22 एटीएम कार्ड, 14 बैंक पासबुक, 20 चैक बुक भी जब्त की है।
पुलिस का कहना है कि ठगी का पता चलते ही तत्काल सूचना देने पर अपराधियों तक पहुंचने में पुलिस का काम काफी आसान हो जाता है, लेकिन लोग संकोचवश पुलिस तक नहीं आना चाहते।
साइबर ठगी के जो नए ट्रेंड सामने आए हैं,उनमें ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा, दुष्कर्म का केस, विदेश में बेटे को पुलिस ने पकड़ा और जान-पहचान बता कर ठगी का शिकार बनाने प्रमुख हैं। साइबर ठगों के निशाने पर बुजुर्ग और महिलाएं होते हैं। लालच या भय दिखा ठग उन्हें अपने जाल में फंसा लेते हैं।
ठगों के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई दो बड़ी कार्रवाई
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले एक बुजुर्ग ने अमेरिका में रहने वाले दोहिता की आवाज में फोन कर 6.70 लाख रुपए का फ्रॉड करने का मामला दर्ज कराया गया था। जिस पर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अगस्त में सदर थाना पुलिस ने गूगल पर फर्जी साइट बनाकर एवं उस साइट पर फर्जी नंबर डालकर ठगी करने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया। जिनसे तीन मोबाइल एवं सिम जब्त की गई थी। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
सोशल मीडिया पर मैसेज भेजकर पुलिस कर रही जागरुक
सतर्क रहने की एडवाइजरी पुलिस सोशल मीडिया के जरिए भी दे रही है। ग्रुप पर मैसेज डाले गए हैं कि कुछ फर्जी वेबसाइट्स चल रही हैं,जो आपको सस्ते सामान का लालच देंगी। यह आपके क्रेडिट कार्ड की डिटेल के आधार पर डाटा चोरी भी कर सकती हैं। ऑनलाइन भुगतान के बाद भी प्रोडक्ट नहीं आए या डिब्बे में घटिया सामान निकले, ऐसा भी संभव है।
एसपी ने कहा- अपनी सतर्कता से ही बचाव संभव “कुछ पैसों के लालच या अज्ञानता में अपने बैंक खाता, पासबुक या एटीएम कार्ड को किसी भी व्यक्ति को न दे, सोशल मीडिया पर टू स्टेप वैरीफिकेशन आन रखे,अपने सोशल मीडिया एकाउंट को प्राइवेट सेंटिग पर रखें, सीजन में बाजार में खरीदारी बढ़ने के साथ ही बदमाश भी ऐसे में लोगों को ठगने के लिए सक्रिय हो जाते हैं। ऑनलाइन शाॅपिंग में होने वाली ठगी से बचने के लिए वाट्सएप और सोशल साइट्स पर सतर्क किया जा रहा है।”
– सुमित मेहरड़ा, एसपी धौलपुर
[ad_2]
Source link