[ad_1]
नागौर मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जुगल किशोर सैनी ने चार्ज लेने के साथ ही अधिकारियों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं। सीएमएचओ डॉ. जुगल किशोर सैनी ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठकें और विभागीय योजनाओं की समीक्षा की, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की
.
मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने निक्षय मित्र योजना के तहत टीबी रोगियों को पोषण किट देने के लिए अधिक से अधिक जनप्रतिनिधियों, भामाशाहों, स्वयंसेवी संस्थाओं व बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठानों को जोड़ने के निर्देश दिए। जिला टीबी ऑफिसर डाॅ. श्रवण राव ने बताया कि नागौर व डीडवाना-कुचामन दोनों जिलों में कुल 3460 टीबी रोगी चिन्हित हैं, जिनका उपचार चल रहा है। वर्तमान में निक्षय पोषण योजना का लाभ इन सभी क्षय रोगियों को दिया जा रहा है। इस योजना के तहत जिले में टीबी रोगियों को पोषण किट बांटने के लिए नागौर जिले में 181 और डीडवाना-कुचामन जिले में 93 निक्षय मित्र बनाए गए हैं। निक्षय मित्र बनाने का काम अभी चालू है। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने सिलिकोसिस केयर की भी समीक्षा की।
सीएमएचओ ने सिलिकोसिस की प्राथमिक जांच के पेंडिंग प्रकरणों को जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए। बैठक में चिकित्सक डॉ. विक्रम बाजिया, सिलिकोसिस कैंप इंचार्ज सुरेंद्र चौधरी समेत विभिन्न इकाईयों के अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले सीएमएचओ डॉ. जुगलकिशोर सैनी ने विभागीय अधिकारियों व कार्मिकों की समीक्षा बैठक में जिले की सभी चिकित्सा संस्थाओं में हैल्थ प्रोटोकॉल के अनुसार सभी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध रखने के निर्देश दिए।
सीएमएचओ डॉ. सैनी ने कहा कि सरकारी चिकित्सा संस्थाओं में निर्धारित मात्रा में दवाएं, प्रयोगशाला में जांचें आैर उपचार के लिए चिकित्सकीय उपकरण सही होने चाहिए, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो। सभी लेबर रूम की स्थिति बहुत अच्छी होनी चाहिए ताकि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल सके। सीएमएचओ ने नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम, सुरक्षित मातृत्व दिवस की समीक्षा के साथ-साथ डेंगू व मलेरिया की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रयासों को निरंतर जारी रखने और मौसमी बुखार की मरीजों की समय पर जांच करने के निर्देश दिए।
त्योहारी सीजन को देखते हुए सीएमएचओ डॉ. जुगलकिशोर सैनी ने कहा कि आमजन को शुद्ध खान-पान मिल सके, इसके लिए मिलावट खोरों पर शिकंजा कसा जाना चाहिए। उन्होंने खाद्य निर्माताओं अौर विक्रेताओं के यहां मिलावट की शिकायत मिलने पर तत्काल सैंपल लेकर जांच के लिए भेजने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जिले में रैंडमली सैंपलिंग के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी, सहायक लेखाधिकारी सुखराम चौधरी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सोनी, जिला लेखा प्रबंधक जीवनपाल, एपिडेमोलॉजिस्ट साकिर खान, प्रशासनिक अधिकारी भंवरसिंह राठौड़, धनराज कालवा, एफसीएलओ सादिक त्यागी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी गणपतराम जाट सहित विभाग के अन्य अधिकारी व कार्मिक मौजूद रहे।
[ad_2]
Source link