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झारखंड से युवकों का पलायन कहें, या युवतियों में जागरुकता, राज्य में 18 से 19 वर्ष के नए मतदाता पंजीकरण में युवाओं को पीछे छोड़ युवतियां काफी आगे निकल चुकी हैं। भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में राज्य के 81 विधानसभा क्षेत्रों में से 71 में युवकों की संख्या ज्यादा थी, जबकि, 2024 में राज्य के सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में युवकों को पछाड़ युवतियां आगे निकल चुकी हैं।
युवतियों के पंजीकरण के अंतर की बात करें तो पिछले चुनाव में युवतियों की तुलना में युवकों की संख्या चतरा में 1100, पाकुड़ में 1800 ज्यादा थी, जबकि इस चुनाव में युवकों की तुलना में युवतियों की संख्या चतरा और पाकुड़ में लगभग 5000 अधिक है। यही नहीं, पिछले चुनाव में जिन 69 विधानसभा क्षेत्रों में युवतियां पीछे थीं, उसके साथ-साथ राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आगे निकल चुकी हैं। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार 2019 के चुनाव में 18-19 वर्ष के नए मतदाताओं की संख्या 549619 थी, जबकि, इस चुनाव में यह युवा मतदाताओं की संख्या 1184150 है।
इस चुनाव में युवक 10 प्रतिशत घटे, युवतियां 10 प्रतिशत बढ़ी
बीते 2019 और 2024 के चुनाव में युवा मतदाताओं के पंजीकरण की बात करें तो इसमें युवतियों की तुलना में युवकों के पंजीकरण में भारी गिरावट दर्ज की गयी है। भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार पिछले चुनाव की तुलना में इस चुनाव में नए मतदाता के पंजीकरण में युवकों की संख्या जहां 10 प्रतिशत घटी है, वहीं पिछले चुनाव की तुलना में इस चुनाव में युवतियों की संख्या में 10 प्रतिशत इजाफा हुआ है। वर्ष 2019 में 18-19 आयुवर्ग के कुल 549619 मतदाताओं ने पंजीकरण कराया था। जिसमें पुरुष 54 प्रतिशत थे, जबकि, महिलाओं का प्रतिशत महज 46 था। जबकि, इस चुनाव में यह आंकड़ा उलट चुका है। वर्ष 24 के चुनाव में 18-19 आयुवर्ग के कुल 1184150 मतदाताओं ने पंजीकरण कराया है। जिसमें युवक लगभग 44 प्रतिशत हैं, जबकि, युवतियों का प्रतिशत बढ़कर 56 से आगे निकल चुका है।
पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में इस चुनाव में युवा मतदाताओं की संख्या दोगुना से अधिक है। पिछले चुनाव युवा मतदाताओं की संख्या 549619 थी, जबकि, जबकि, इस चुनाव में 1184150 है। यानी इस चुनाव में युवाओं के पंजीकरण में 6,34,531 की वृद्धि हुई है। जिसमें 65 प्रतिशत महिला एवं महज 35 प्रतिशत पुरुष हैं।
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