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अमरापुर स्थान जयपुर में प्रेम प्रकाश मंडलाचार्य आचार्य सतगुरु स्वामी टेऊराम महाराज के परम शिष्य (द्वितीय पाद्शाही) महर्षि सद्गुरु स्वामी सर्वानंद महाराज के 128वें पांच दिवसीय जन्मोत्सव का समापन श्रीमद् भागवत गीता और प्रेम प्रकाश ग्रंथ साहिब के पाठों
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सुबह 7.00 बजे नित्य नियम प्रार्थना, संत महापुरुषों का भजन संकीर्तन प्रवचन, महाप्रसादी का भोग ,बधाई गीत और विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। अमरापुर स्थान जयपुर के व्यवस्थापक संत मोनूराम महाराज ने अपने प्रवचन में बताया कि आज ही के दिन सिंध के भिट्टशाह नगर में महर्षि सद्गुरु स्वामी सर्वानंद महाराज का जन्म हुआ। आचार्य सतगुरु स्वामी टेऊंराम महाराज से शिक्षा दीक्षा लेकर गुरु नाम की भक्ति को जग जग ने फैलाया।
पांच दिवसीय जन्म जयंती के शुभ अवसर पर रविवार को विशाल कन्या भोज का आयोजन किया गया। जिसमें 151 छोटी-छोटी कन्याओं का पूजन कर भोजन कराया गया। उत्सव के अंतर्गत सोमवार को एकादशी के पावन दिवस पर शाम को संतो ने हरिनाम संकीर्तन किया गया। हरि बोल हरि बोल, जय जय राधा रमण हरि बोल, गोविंद मेरे है गोपाल मेरे है आदि हरि प्रिय नमो का संकीर्तन हुआ। जन्मोत्सव के चौथे दिन मंगलवार शाम को बटूक ब्राह्मणों द्वारा स्वाति वाचन और हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। गुरुकुल से पधारे 51 बटूक ब्राह्मण की ओर से पूजन कर स्वाति वाचन पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ किया। संतों ने बताया कि जन्मोत्सव के उपलक्ष में सेवा कार्य के अंतर्गत अमरापुर स्थान के बाहर निरंतर चल रहे अन्न क्षेत्र पर रहगिरो के लिए पुलाव के साथ-साथ मिष्ठान और फल वितरित किए गए।
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