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बंगाल रेप और हत्या मामले में डॉक्टरों द्वारा एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन करने की बात सामने आई है। ये प्रोटेस्ट दिल्ली में होने वाला है।
बुधवार शाम दिल्ली में बंगाल भवन के बाहर कई हॉस्पिटल के रेसिडेंट डॉक्टर विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं। ये डॉक्टर आर जी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में रेप और हत्या की शिकार ट्रेनी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करने के लिए जुटने वाले हैं। मंगलवार देर रात दिल्ली रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की कार्यकारी कमेटी ने इस प्रोटेस्ट के लिए घोषणा की थी। इसमें एम्स, सफदरजंग हॉस्पिटल, आरएमएल हॉस्पिटल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और अन्य संस्थाओं के सदस्य शामिल होंगे।
व्यापक विरोध प्रदर्शन का हिस्सा, इसलिए हुआ था स्थगित
यह प्रोटेस्ट 12 अगस्त को शुरू हुए विरोध प्रदर्शन का ही विस्तृत रूप है। 12 अगस्त को आर जी कर मेडिकल कॉलेज में रेप के बाद जान गवाने वाली ट्रेनी डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए अखिल भारतीय हड़ताल के साथ शुरू किया गया था। यह प्रदर्शन 22 अगस्त तक चला था। उस समय इसे अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया गया था, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने आश्वासन दिया था कि न्याय दिलाने में तेजी लाई जाएगी। इसके बाद विरोध प्रदर्शन को स्थगित कर डॉक्टर्स वापस अस्पतालों में काम पर लौट गए थे।
ठप होती दिख रही जांच से ठगा सा महसूस कर रहे
सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच में तेजी लाए जाने के आश्वासन के बाद अब जांच ठप होती दिखाई पड़ रही है, क्योंकि कार्रवाई रिपोर्ट सार्वजिनक तौर पर साझा नहीं की गई है। ऐसा सुप्रीम कोर्ट के हालिया सुनवाई में सामने आया है। आरडीए का कहना है कि इस केस के जरिए स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा की बात सामने आई है। इसमें खासकर महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा शामिल है। आरडीए की कार्यकारी कमेटी के एक सदस्य ने कहा कि हमने प्रक्रिया पर विश्वास करते हुए बड़ी उम्मीद के साथ हड़ताल को खत्म किया था, लेकिन अब हम लोग ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
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