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पुष्कर गुरुद्वारे में बनने वाला हलवा प्रसाद भोग शुद्ध पाया गया है। केंद्र सरकार ने गुणवत्ता जांच के बाद प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। भारत सरकार की संस्था एफएसएसएआई के नवाचार भोग (ब्लिसफुल एंड हाइजनिक ऑफरिंग टू गॉड) के अंतर्गत पुष्कर स्थित गुरुद्वारा
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यह प्रमाण पत्र आगामी दो साल के लिए मान्य होगा। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी ने बताया कि भोग प्रमाण पत्र जारी करने से पूर्व एफएसएसएआई नई दिल्ली की टीम की ओर से गुरुद्वारा में प्री और पोस्ट ऑडिट की गई। जिसमें प्रसाद तैयार करने में उपयोग में ली जा रही सामग्री, पानी तथा प्रसाद तैयार करने वाले व्यक्ति का मेडिकल फिटनेस आदि की जांच की गई।
जानकारी के अनुसार श्री तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम विवाद के बाद देश भर के मंदिरों आदि में बनने वाले प्रसाद की गुणवत्ता जांची जा रही है। केंद्र सरकार की संस्था एफएसएसएआई प्रसाद को बनाने के लिए काम में लिए जाने वाले खाद्य पदार्थ, पानी की जांच कर रही है। निम्बार्क पीठ का भोग भी शुद्ध पाया गया है। इसका सर्टिफिकेट शीघ्र जारी किया जाएगा।
चोटवानी बताया कि भोग प्रमाण पत्र एक लंबी जटिल प्रक्रिया के बाद जारी किया जाता है। धार्मिक संस्था में प्रसाद तैयार करने वाले व्यक्तियों का मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र आवश्यक होता है। नवीनीकरण निर्धारित प्रक्रिया के बाद किया जाता है। दो साल बाद फिर से इस प्रमाण पत्र को रिन्यू करवाने के लिए वही मापदंड अपनाए जाएंगे।
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