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गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, मेन रोड एवं गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा,कृष्णा नगर कॉलोनी के प्रतिनिधि मंडल ने झारखंड के मुख्य चुनाव आयुक्त से मंगलवार को उनके कार्यालय में मुलाकात की। इसमें उन्होंने रांची में होनेवाली मतदान की तिथि को बदलने का अनुरोध किया है। प्रतिनिधिमंडल ने श्री गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व पर निकाले जाने वाले नगर कीर्तन के दिन ही रांची विधानसभा क्षेत्र चुनाव की तिथि घोषित होने के कारण इसमे संशोधन से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
रांची में उठी वोटिंग की तारीख बदलने की मांग
इसमे शामिल गुरविंदर सिंह सेठी ने बताया कि पिछले 57 साल से श्री गुरुनानक जेव के प्रकाश पर्व पर कार्तिक पूर्णिमा से दो दिन पहले शोभा यात्रा निकाली जाती रही है। इस वर्ष 13 नवंबर को शोभायात्रा निकालने की तिथि निर्धारित कर की गई है। लेकिन इसी दिन रांची विधानसभा के लिए मतदान भी होना है। इसलिए चुनाव की तिथि को बदलने के लिए उन्हें ज्ञापन देकर आग्रह किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने सकारात्मक आश्वासन दिया है। मुलाकात करने गए प्रतिनिधि मंडल में गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी जानी विक्रमजीत सिंह, अर्जुन देव मिढ़ा, त्रिलोचन सिंह अकाली, सुरेश मिढ़ा, हरीश मिढ़ा, गुरविंदर सिंह मखीजा आदि कई लोग शामिल थे।
दो चरणों में होनी है वोटिंग
झारखंड में दो चरणों में मतदान संपन्न कराए जाएंगे। इसको लेकर रांची डीसी वरुण रंजन ने रांची जिला के चुनाव से संबंधित जानकारी प्रेस वार्ता में दी। डीसी ने बताया कि रांची के सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 2777 मतदान केंद्रों में मतदान संपन्न कराए जाएंगे। इसमें कुल 2577470 मतदाता अपने मतों का उपयोग करेंगे।
रांची जिला में कुल सात विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें पांच में पहले चरण और अन्य दो में दूसरे चरण में मतदान संपन्न कराए जाएंगे। पहले चरण में 13 नवंबर को तमाड़, रांची, हटिया, कांके और मांडर में मतदान होगा। सिल्ली और खिजरी विधानसभा में दूसरे चरण में 20 नवंबर का वोट डाले जाएंगे। डीसी ने बताया कि चुनाव संपन्न कराने में कुल 13330 मतदान कर्मियों की आवश्यकता होगी। कुल 333 सेक्टर पदाधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
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भाजपा ने रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री को हटाने की मांग की। पार्टी के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को चुनाव आयोग के कार्यालय में मुख्य चुनाव पदाधिकारी के रवि कुमार से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने मांग की है कि रांची उपायुक्त को तत्काल उनके पद से हटाया जाय और उनको झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में चुनाव कार्य से मुक्त किया जाए। प्रतिनिधिमंडल में विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव एवं प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक शामिल थे।
सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ एक पुराने मामले में जब वो देवघर उपायुक्त थे, उस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करने हेतु भारत निर्वाचन आयोग सचिवालय, नई दिल्ली ने 30 सितंबर 24 को एक आदेश जारी किया था। मुख्य सचिव को इस पत्र में आदेश दिया गया था कि मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ 15 दिन के अंदर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सूचित किया जाए। 15 अक्तूबर को 16 दिन बीत गए पर मुख्य सचिव ने अभी तक कोई भी कारवाई नहीं किया। प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग में ज्ञापन देकर यह भी आशंका जताई है कि भजंत्री के रहते रांची जिला में पड़ने वाले विधानसभा (रांची, हटिया, मांडर, खिजरी, कांके और सिल्ली ) में साफ, स्वच्छ, निर्भिक चुनाव कराना असंभव है।
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