[ad_1]
ट्रक एक्सीडेंट से घायल हुए युवक के परिजनों ने सिटी सेंटर स्थित एक निजी हॉस्पीटल में तीन घंटे तक जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि 10 दिन पहले बामोर निवासी रामनिवास (18) को निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। पैर का मेजर ऑपरेशन करने के नाम पर 1.10
.
अब अस्पताल प्रबंधन कह रहा है कि मरीज की रिकवरी नहीं हो रही। हालत गंभीर है इसलिए जेएएच में भर्ती कराएं। इस बात से गुस्साए परिजन भड़क गए। मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पुलिस पहंुची। डीएसपी संतोष पटेल मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। साथ ही परिजनों को शांत कराया। अस्पताल प्रबंधन से बात की। पुलिस के हस्तक्षेप पर अस्पताल प्रबंधन ने 90 हजार रुपए लौटाए। तब जामकर मामला शांत हुआ। इसके बाद पुलिस की मदद से परिजनों ने घायल को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
मां ने कहा- बेटे को बचा लो घर गिरवीं रखकर दिए रुपए
घायल रामनिवास की मां नेमानाथ ने पुलिस के आगे झोली फैलाते हुए कहा कि उसके बेटे की जान बचा लो। अस्पताल ने जितने रुपए मांगे उन्होंने दिए फिरभी बेटा ठीक नहीं हुआ। बेटे के इलाज के लिए घर तक गिरवीं रख दिया है। वहीं छोटे भाई उदय घोष ने अपने बेटे की कसम खाते हुए कहा कि उन्होंने 1.10 रुपए दिए। लेकिन ऑपरेशन के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया है। उसके भाई की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।
[ad_2]
Source link