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संगमरमरी चट्टानों के बीच मां नर्मदा की अथाह जलराशि को समेटे भेड़ाघाट में दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव का आज शुभारंभ हुआ। सुर-ताल और रास-रंग से सजी नर्मदा महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या का मुख्य आकर्षण प्रख्यात पार्श्व गायिका मालिनी अवस्थी का कर्ण प्र
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भेड़ाघाट में शरद पूर्णिमा के मौके पर नर्मदा महोत्सव के आयोजन का यह लगातार 21वां वर्ष है। महोत्सव का शुभारंभ परंपरा के मुताबिक नर्मदा पूजन से हुआ। भेड़ाघाट में दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव में मंगलवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मुख्य आकर्षण प्रख्यात पार्श्व गायिका मालिनी अवस्थी का सुमधुर गायन रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास और धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, विधायक नीरज सिंह, भाजपा के जिला अध्यक्ष सुभाष तिवारी रानू, भेड़ाघाट नगर परिषद के अध्यक्ष चतुर सिंह, भेड़ाघाट नगर परिषद के उपाध्यक्ष जगदीश दहिया एवं कलेक्टर दीपक सक्सेना विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विधायक संतोष वरकड़े एवं संभागायुक्त अभय वर्मा भी इस अवसर पर दर्शक दीर्घगाह में मौजूद थे।
मंत्री धर्मेंद्र लोधी और मंत्री राकेश सिंह ने नर्मदा पूजा के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पर्यटन मंत्री बोले-यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं
पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री धर्मेंद्र लोधी ने कहा- नर्मदा महोत्सव जैसे गरिमापूर्ण कार्यक्रमों की निरंतरता को बनाए रखने के लिए लगातार प्रयासों की आवश्यकता होती है। यह क्षेत्र मां नर्मदा के प्रमुख क्षेत्रों में से एक है, यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। नर्मदा महोत्सव सूत्रधार लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह की सराहना की। वे नर्मदा महोत्सव जैसे आयोजन कर भारतीय संस्कृति को आगे ले जाने और उभारने का कार्य करते हैं, जो संपूर्ण विश्व के कल्याण के साथ उदारता, समरसता धर्म के साथ व्यापक लोक हित आदि मूल्यों को समाहित किए हुए हैं और जहां संकीर्णता का कोई स्थान नहीं है।
नर्मदा महोत्सव में दर्शकों के बीच बैठे मंत्री राकेश सिंह और मंत्री धर्मेंद्र लोधी।
मंत्री राकेश सिंह बोले-मां नर्मदा की गरिमा बनी रहे लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा- नर्मदा महोत्सव को और भी संस्कारित रूप से आगे बढ़ाना है। नर्मदा महोत्सव में भजन, क्लासिकल गीत हों या फिर फिल्मी गीत ऐसे होने चाहिए जो कि मां नर्मदा की गरिमा बनी रहे। विधायक नीरज सिंह से कहा कि कार्यक्रम को भव्य और गरिमापूर्ण बनाने के सभी प्रयत्न किया जाएगा।
गायिका मालिनी अवस्थी ने श्वेत संगमरमरी चट्टानों से प्रतिबिम्बित हो रही चांदनी की शीतलता को श्रोताओं की हृदय पर उकेर दिया।
नर्मदा महोत्सव के पहले दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत में सांस्कृतिक संस्कारधानी की प्रसिद्ध लोक कलाकार नेहा विश्वकर्मा एवं उनके समूह ने नृत्य नाटिका प्रस्तुत की, जिसे देखकर महोत्सव में आए दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अगली कड़ी में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली के कलाकारों ने मनमोहक लोक नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद मुंबई से आये भजन गायक रवि त्रिपाठी की भजनों की संगीतमय प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोह लिया।
रवि त्रिपाठी ने अपनी सुमधुर आवाज में भजनों की शुरुआत ‘मेरी मां के बराबर कोई नहीं’ गाकर की। नर्मदा महोत्सव की पहले दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अंतिम प्रस्तुति पार्श्व गायिका लखनऊ की मालिनी अवस्थी का गायन था।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जहां मुंबई के प्रसिद्ध भजन गायक रवि त्रिपाठी द्वारा प्रस्तुत भजन नर्मदा की अविरल जलधारा की भांति दर्शकों के हृदय में शांति का संचार कर रहे थे। तो वहीं प्रख्यात गायिका श्रीमती मालिनी अवस्थी अपने मधुर गायन द्वारा श्वेत संगमरमरी चट्टानों से प्रतिबिम्बित हो रही चांदनी की शीतलता को श्रोताओं की हृदय पर उकेर रहीं थीं।
शांति और शीतलता के इस संयोग ने श्रोताओं को आनंद विभोर कर दिया। महोत्सव में पधारे श्रोता प्रसन्नता से झूम उठे और भेड़ाघाट का विश्व प्रसिद्ध नर्मदा तट श्रोताओं की तालियों की थाप से गुंजायमान हो गया।
नर्मदा महोत्सव में बड़ी संख्या में लोग भी पहुंचे।
दूसरे दिन प्रख्यात गायक हरिहरन का गायन
दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव के दूसरे और समापन दिवस पर बुधवार 16 अक्टूबर को प्रसिद्ध पार्श्व गायक मुंबई के हरिहरन की सुरीली आवाज संगमरमरी वादियों में गूंजेगी। नर्मदा महोत्सव के दूसरे दिनों के कार्यक्रमों का आगाज भी शाम 7 बजे मां नर्मदा की पूजा-अर्चना से होगा। दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह होंगे। अध्यक्षता राज्य सभा सदस्य सुमित्रा वाल्मीकि करेंगे।
नर्मदा महोत्सव के दूसरे और समापन दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत शाम 7.30 बजे संस्कृति कला केंद्र जबलपुर की ओर से झील सिंह एवं उनके समूह के कलाकारों द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति से होगी। शाम 7.45 बजे केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली के कलाकार लोक नृत्य प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद रात्रि 8 बजे पं. मनीष शुक्ला द्वारा गजल गायन होगा तथा रात 9 बजे से प्रख्यात पार्श्व गायक हरिहरन द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।
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