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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथलेश ठाकुर के भाई विनय कुमार ठाकुर, विभाग के पूर्व सचिव सह आईएएस अधिकारी मनीष रंजन समेत कई इंजीनियरों, ठेकेदार और चार्टर एकाउंटेंट समेत मनी लाउंड्रिंग के 16 संदिग्धों के 18 ठिकानों पर छापेमारी की। जल जीवन मिशन व पेयजल स्वच्छता विभाग में अनियमितता के मामले में मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आप्त सचिव (पीएस) हरेंद्र सिंह के यहां ईडी की टीम पहुंची, तब वह अपने छप्पन सेट स्थित आवास पर मौजूद नहीं थे। ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर हिमांशु चौधरी ने हरेंद्र सिंह के संबंध में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह दो-तीन दिनों के लिए आउट ऑफ स्टेशन हैं। बाद में ईडी के अधिकारियों ने डोरंडा थाने के इंस्पेक्टर जयदीप टोप्पो को सूचना दी। पुलिस की मौजूदगी में उनके मकान का ताला तोड़ा।
बनवानी पड़ीं डुप्लीकेट चाबियां
ईडी की टीम ने डुप्लीकेट चाबियां बनवाकर डोरंडा पुलिस की मौजूदगी में अलमारी की जांच की। तीन कमरों की जांच के बाद देर शाम छह बजे ईडी की टीम यहां से निकली। जानकारी के मुताबिक, ईडी को यहां कोई दस्तावेज नहीं मिले, न ही कोई डिजिटल डिवाइस ही ईडी ने जब्त किया है। ईडी की टीम स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में पंचनामा साटकर वहां से निकली।
मंत्री के भाई के घर से क्या जब्त
ईडी की टीम मंत्री मिथिलेश ठाकुर के भाई विनय कुमार ठाकुर के चाईबासा आवास पहुंची तो वह भी मौके पर मौजूद नहीं थे। ईडी ने वहां काम करने वाले दो कर्मियों अजय कुमार ठाकुर व सहदेव नाग की मौजूदगी में सारी कार्रवाई की। मंत्री के भाई विनय से ईडी ने संपर्क किया तो उन्होंने गढ़वा में होने की बात बतायी। साथ ही उन्होंने आवास के कर्मियों को जांच में सहयोग करने को कहा। ईडी ने जांच के क्रम में 46 पन्ने वहां जब्त किए हैं। आवास से कोई डिजिटल डिवाइस ईडी ने जब्त नहीं किया है।
चाईबासा में 11 घंटे जांच, छह बैग में सामान-दस्तावेज ले गई ईडी
मंत्री मिथिलेश ठाकुर के भाई विनय ठाकुर और उनके सहयोगी वेदांत खिरवाल के आवास पर एक साथ ईडी ने छापेमारी की। सोमवार सुबह छह से शाम पांच बजे तक 11 घंटे चली छापेमारी में ईडी ने खिरवाल के आवास से कई दस्तावेज बरामद किये। चार वाहनों से सुबह छह बजे चाईबासा पहुंची ईडी टीम ने विनय ठाकुर और वेदांत खिरवाल के आवास पर दबिश दी। टीम की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान एवं अधिकारी थे। विनय ठाकुर के आवास पर दो वाहनों में सवार होकर एक महिला समेत 10 अधिकारी पहुंचे थे, जो लगभग चार बजे लौट गए। वहीं, वेदांत खिरवाल के आवास पर भी दो वाहनों से एक महिला समेत चार अधिकारी जांच को पहुंचे थे। खिरवाल के आवास पर जांच लगभग पांच बजे तक चली। जांच के बाद अधिकारी अपने साथ छह बैग सामान एवं दस्तावेज लेकर निकल गये। हालांकि, किसी ने यह पुष्टि नहीं की कि बैग में क्या लेकर गए। मुख्य द्वार पर मीडिया को देख अधिकारी पीछे के दरवाजे से निकल गए। वे कुछ भी बताने से बचते रहे। अधिकारियों ने जांच के दौरान दोपहर लगभग एक बजे खाने के लिए जोमैटो से छह पैकेट लंच मंगाया था।
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