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– ब्राजील में मारियाना बांध टूटने के मामले में 44 अरब डॉलर के मुआवजे की
लंदन, एजेंसी। इतिहास के दूसरे सबसे बड़े मुकदमे की तैयारी शुरू हो चुकी है। मामला ब्राजील के मारियाना में फंडाओ बांध टूटने का है। इस हादसे के लिए इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलियाई खनन कंपनी बीएचपी से 44 अरब डॉलर के मुआवजे की मांग की गई है। इससे पहले, 1998 में अमेरिका में सिगरेट कंपनियों को करीब 200 अरब डॉलर चुकाने पड़े थे, जो इतिहास का सबसे बड़ा मुकदमा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय कानून फर्म पोगस्ट गुडहेड के मुख्य कार्यकारी टॉम गुडहेड दावेदारों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुआवजा मांगने वाले दावेदारों की संख्या 6.2 लाख है। गुडहेड ने कहा, फंडाओ टेलिंग बांध के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार संयुक्त उद्यम कंपनी समरको में 50 फीसदी शेयरधारक बीएचपी थी। लंदन के उच्च न्यायालय में 21 अक्तूबर से इस मामले की सुनवाई शुरू होगी जो लगभग 12 सप्ताह तक चल सकती है। उन्होंने दावा किया, बीएचपी को बांध टूटने के जोखिमों के बारे में पता था। इसके बावजूद उन्होंने बांध के निर्माण के लिए निवेश किया। यह हादसा 5 नवंबर 2015 को हुआ था।
कितना हुआ था नुकसान
50 मीटर क्यूबिक मीटर जहरीला कचरा फैला
19 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों जानवर मरे
100 किलोमीटर दूर तक बाढ़ का असर
पुल, सड़कें, मकान, कारखाने, खेत, व्यावसायिक परिसर बहे
अमूल्य कलाकृतियों वाले ऐतिहासिक चर्चों नष्ट हुए
दावेदारों में ये शामिल
6.2 लाख स्थानीय लोग
46 ब्राजीलियाई नगर पालिकाएं
2000 कारोबारी
65 धार्मिक संस्थान
दुनिया के अब तक के सबसे बड़े मुकदमे
1. अमेरिका में 1998 में तीन दिग्गज सिगरेट कंपनियों को धूम्रपान से संबंधित बीमारियों के लिए 206 अरब डॉलर देने पड़े थे।
2. मैक्सिको की बीपी खाड़ी में तेल रिसाव के लिए पर्यावरण क्षति के रूप में सरकार को 20 अरब डॉलर देने पड़े।
3. अमेरिका में फॉक्सवेगन को उत्सर्जन परीक्षणों में गड़बड़ी के आरोप में 14.7 अरब डॉलर चुकाने पड़े थे।
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