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मुंबई में एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोलियां मारकर हत्या करने के बाद देश भर में सनसनी फैली हुई है। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने। वही गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग जिसने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी और गैंग के सरगना लॉरेंस ने जेल से दिये इंटरव्यू में बेखौफ इस वारदात की जिम्मेदारी ली थी। साथ ही बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को भी जान से मारने की बात दोहराई थी।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने हरियाणा के कैथल जिले के एक 23 वर्षीय गुरमेल सिंह को गिरफ्तार किया है। वो लॉरेंस गैंग का शूटर है। इस से पहले देश में हुई कई हाई प्रॉफाइल हत्याकांड को हरियाणा के शूटरों ने अंजाम दिया है जो लारेंस गैंग के लिए काम करते थे। ये सब एक ही एज ग्रुप के रहे हैं। यानी 19 से 23 या 24 साल। वो उम्र जो अपना करियर बनाने की होती है, उस उम्र में ये लोग अपराध में अपना नाम कमाने में लगे हैं। सिद्धू मूसेवाला, राजस्थान में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, बाबा सिद्दीकी के मर्डर से लेकर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर फायरिंग के मामले में हरियाणा के शूटरों का नाम आया था। कहा जाता है कि भारतीय सेना में हर दसवां जवान हरियाणा से है तो फिर नई पीढ़ी की ये कौन सी दीवानगी है जो देश के लिए मर मिटने वालों की धरती को कलंकित कर रही है और आखिर इसकी वजह क्या है?
सोनीपत के 19 साल के अंकित सेरसा ने बरसाई थी मूसेवाला पर गोलियां
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को हरियाणा के सोनीपत जिले के रहने वाले अंकित सेरसा, प्रियव्रत फौजी, चरखी दादरी के दीपक मुंडी और झज्जर से कुलदीप उर्फ कशिश और सचिन भिवानी ने अंजाम दिया था। इनमें से अंकित सेरसा सबसे छोटा था। महज 19 वर्षीय अंकित ने सिद्धू मूसेवाला पर सबसे करीब से गोलियां बरसाई थी। प्रियव्रत फौजी के साथ अंकित उसकी गाड़ी में ही मौजूद था। शुरू में अंकित और फौजी दोनों एक साथ भागे थे। प्रियव्रत को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। फिर अंकित को पकड़ा। सचिन भिवानी सिद्धू मूसेवाला मामले के चार शूटरों को पनाह देने के लिए जिम्मेदार था। उसे भी काबू कर लिया था।
लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ गैंग में शामिल महज 23 साल का भिवानी जिले के गांव बोहल निवासी सचिन एयर फोर्स की तैयारी कर रहा सचिन इस गैंग के संपर्क में आ गया था और घर वालों को भनक तक नहीं लगी। शूटर अंकित सोनीपत के गांव सेरसा का तो प्रियव्रत फौजी गांव गढ़ी सिसाना का रहने वाला है। गांव सेरसा के अंकित के माता पिता कुंडली की एक फैक्ट्री में काम करके परिवार का पालन पोषण करते हैं। अंकित के चार बहनें और एक बड़ा भाई है। दसवीं कक्षा में फेल हो गया तो परिजनों ने उसे बुआ के पास बहादुरगढ़ भेज दिया। वहां वहां मोबाइल फोन की चोरी में उसका नाम आया था। बस यहीं से अपराध की दुनिया में उसने कदम रखा और फिर लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ गया। इसके बाद उसने लगातार ट्रेनिंग ली। ट्रेनिंग लेने के बाद उसने पहला मर्डर सिद्धू मूसेवाला का ही किया।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल था महेंद्रगढ़ का नितिन फौजी
दिसंबर 2023 में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में भी हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव दोगड़ा जाट का रहने वाला नितिन फौजी शामिल रहा। नितिन फौजी ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के सिर में गोली मारी थी। नितिन 12वीं पास करने के बाद आर्मी में 19 जाट बटालियन में भर्ती हो गया। लेकिन फिर लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ गया और अपराध की दुनिया में पहुंच गयाl जब गिरफ्तार हुआ तो उसने पुलिस पूछताछ में माना कि रोहित गोदारा के कहने पर ही उसने सुखदेव को मारा था। उसे कनाडा में सेटल करने का लालच दिया गया था।
सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाला शूटर विशाल उर्फ कालू गुरुग्राम निवासी
इसी साल अप्रैल में हुई सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग में एक शूटर विशाल उर्फ कालू का नाम सामने आया, जो गुरुग्राम के महावीरपुरा का रहने वाला है। वह राजस्थान के गैंगस्टर रोहित गोदारा का शूटर है। रोहित गोदारा, लॉरेंस गैंग का सहयोगी है l कालू ने रोहतक के लाखनमाजरा के नजदीक गुरुग्राम के स्क्रैप व्यापारी सचिन की हत्या की थी। पढ़ाई छोड़कर विशाल दिहाड़ी मजदूर करने लगा। काम के दौरान उसकी दोस्ती कुछ ऐसे लोगों से हुई, जो छोटे-मोटे क्राइम में शामिल थे। बस फिर विशाल भी मजदूरी छोड़कर जुर्म की डगर पर चल पड़ा। 9 नवंबर 2020 को दिल्ली पुलिस ने उसे बाइक चोरी मामले में पकड़ा था जो उसने गुरुग्राम से चुराई थी।
जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ताकत बढ़ाने में जुटा
अपराध की दुनिया के ये तो वो नाम हैं जो पकड़े गए हैं, इनके अलावा भी लारेंस बिश्नोई गैंग के लिए हजारों युवा काम कर रहे हैं, या तो वो गन उठाते हैं या भी गैंग के लिए स्लीपर सेल के तौर पर काम करते हैंl ज्यादातर की एक ही कहानी है, छोटे मोटे क्राइम में जेल गए और वहां पहले से जेल में बंद लारेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों के संपर्क में और बड़े बड़े क्राइम कर डालेl जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जेल में बैठकर अपने गिरोह की ताकत बढ़ाने में जुटा है। लॉरेंस के इशारे पर उसके गुर्गे युवाओं को मोटी कमाई का झांसा देकर अपने गिरोह में शामिल कर रहे हैं।
लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई गैंग की जिम्मेदारी संभाले हुए हैl अनमोल बिश्नोई ने नए लड़कों की भर्ती करने की जिम्मेदारी अपने गुर्गों को दी हैl नए-नए लड़कों को बिश्नोई गैंग का हिस्सा बनाकर उन्हें अपराध की दुनिया में धकेल रहा है, जिसका नतीजा है कि इस गैंग में शामिल लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसमें सर्वाधिक संख्या हरियाणा, पंजाब यूपी, बिहार के युवाओं की है।
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